देश रोज़ाना: इसरो ने रविवार को करीब 11 बजे chandrayaan-3 की ऑर्बिट घटाई है। चंद्रयान अब चंद्रमा के 170 किलोमीटर x4313 किलोमीटर की ऑर्बिट में है, यानी चंद्रयान ऐसी अंडाकार कक्षा में घूम रहा है। जिसमें उसके चांद से सबसे कम दूरी यानी 170 किलोमीटर सबसे ज्यादा दूरी 43 किलोमीटर है।’
ऑर्बिट बदलने के लिए चंद्रयान की इंजन कुछ देर के लिए फायर किए गए। इसरो ने बताया कि अब कक्षा को कम करने का अगला ऑपरेशन 9 अगस्त 2023 को 1 से 2 बजे किया जाएगा। इससे पहले चंद्रयान 164 किलोमीटर एक 18070 किलोमीटर की ऑर्बिट में घूम रहा था।
22 दिनों के सफर के बाद चंद्रयान ने शनिवार को शाम करीब 7 बजे चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया। जिसके बाद चंद्रयान की ग्रेविटी कैप्चर कि इसके लिए की गई थी। फोटो कैप्चर करने के लिए चंद्रयान की स्पीड को कम करना पड़ा। इस पेड़ को 1835 सेकंड यानी करीब आधे घंटे के लिए फायर किया गया। यह शाम 7 बजे शुरू की गई।
इसरो ने इस मिशन की जानकारी देते हुए एक्स पोस्ट में चंद्रयान के भेजे मैसेज को लिखा जिसमें उन्होंने लिखा कि मैं chandrayaan-3 हूं। मुझे चांद की ग्रेविटी महसूस हो रही है। इसकी chandrayaan-3 सफलतापूर्वक स्थापित होगी। इसरो ने यह भी बताया कि chandrayaan-3 सफलतापूर्वक चंद्रमा की कक्षा में स्थापित हो गया है। 23 अगस्त को लैंडिंग से पहले चंद्रयान को कुल 4 बार अपनी ऑर्बिट कम करनी पड़ेगी। वह रविवार को एक बार और विक्रम कर चुका है।