पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने और प्लास्टिक कचरे को कम करने के लिए, संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित अग्रवाल महाविद्यालय बल्लभगढ़ के एसडीजी क्लब ने महाविद्यालय परिसर में स्टाफ व विधार्थियों को कपड़े के बैगवितरित करके पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सराहनीय कदम बढ़ाया। एसडीजी लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करते हुए, क्लब ने प्राचार्य डॉ. कृष्ण कांत के कुशल मार्गदर्शन में कपड़े के बैग वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया। जिन्होंने कहा कि कार्बन फुटप्रिंट को कम करना शिक्षा जगत की प्रमुख जिम्मेदारी है और हम सब को इस पहल में एक साथ शामिल होना चाहिए। इस कार्यक्रम ने उन छात्रों और शिक्षकों का ध्यान आकर्षित किया जो हरित भविष्य की दिशा में आंदोलन में शामिल होने के लिए उत्सुक थे।
यह पहलएसडीजीढांचे के व्यापक एजेंडे के साथ पूरी तरह से मेल खाती है, जिसका उद्देश्य गरीबी, असमानता, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरणीय गिरावट, शांति और न्याय जैसी वैश्विक चुनौतियों का समाधान करना है। कपड़े के थैले वितरित करके, क्लब को एकल-उपयोग प्लास्टिक बैग के उपयोग को कम करने और पर्यावरण पर प्लास्टिक प्रदूषण के हानिकारक प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने की उम्मीद है।
क्लब के संयोजक डॉ. मनोज शुक्ला ने बड़े बदलाव में योगदान देने में छोटे कार्यों के महत्व पर प्रकाश डाला। इस पहलको गैर सरकारी संस्था भारतविकास परिषद, विवेकानंद शाखा ग्रेटर फरीदाबाद के एक समूह द्वारा सहयोग किया गया। उन्होंने कहा, “हमारा मिशन एक अधिक टिकाऊ और न्याय संगत दुनिया बनाना है। प्लास्टिक के बजाय कपड़े के बैग का उपयोग करने का सरल कार्य छोटा लग सकता है, लेकिन यह सामूहिक रूप से भावी पीढ़ियों के लिए हमारे ग्रह को संरक्षित करने में एक बड़ा अंतर ला सकता है।”
इस कार्यक्रम में स्वयं सेवकों, क्लब सदस्यों और समन्वय कों की उत्साही भागीदारी देखी गई जिन्होंने इस पहल का समर्थन किया। इस कार्यक्रम में 155 छात्र-छात्राओं को कपड़े के बैग वितरित किए गए। उपस्थित जन समूह को प्लास्टिक प्रदूषण के नकारात्मक परिणामों और पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों को अपनाने के लाभों के बारे में भी शिक्षित किया गया। इस अवसर पर भारत विकास परिषद के उप प्रधान गिरिराज माहेश्वरी, संयोजिका प्रिताआहूजा, सरिता हांडा, नीलम गोयल, रमेश गोयल, विवेक आहूजा व एसडीजी क्लब के कॉर्डिनेटर उपस्थित रहे।