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गुरुग्राम। डीसी निशांत कुमार यादव ने वेस्ट मैनेजमेंट से जुड़ी परेशानियों के समाधान और वेस्ट डंपिंग एवं कचरा जलाने की समस्या को कम करने के उद्देश्य से वीरवार को गुरुग्राम में ईको-ग्राम वेस्ट मैनेजमेंट संयंत्र का उद्घाटन किया। सूखे व गीले कचरे को केमिकल के द्वारा बायोगैस में परिवर्तित करने का यह संयंत्र ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन (एचएमआईएफ) द्वारा विकसित किया गया है। डीसी ने ईको-ग्राम वेस्ट मैनेजमेंट संयंत्र व हुंडई संस्था द्वारा गांव हरियाहेड़ा, पलासोली व ताजनगर में विकसित किए गए अमृत सरोवरों का उद्घाटन करने के बाद कहा कि आधुनिकता के साथ विकसित हो रहे शहरों में वेस्ट प्रबंधन एक बड़ी समस्या रही है। देश के बड़े शहरों से रोजाना करीब हजारों टन गार्बेज निकलता है। इससे प्रदूषण तो बढ़ ही रहा है लेकिन साथ ही शहरों में जगह-जगह कूड़े के पहाड़ भी बनते हुए नजर आने लगे हैं। ऐसे में हरियाणा के गुरुग्राम जिले में स्थापित यह पहला बायोगैस प्लांट निश्चित रूप से शहर के वेस्ट मैनेजमेंट में एक सार्थक बदलाव के रूप में कार्य करेगा। डीसी ने आमजन से आह्नवन किया कि वे अपने घरों से कूड़े के निस्तारण से पूर्व गीला व सूखा कूड़ा जरूर अलग कर लें।
डीसी ने कहा कि गंभीर प्रयासों के तहत जिले में जल संरक्षण की दिशा में अबतक कुल 80 अमृत सरोवरों का काम पूर्ण हो चुका है। ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन द्वारा विकसित किए गए तीन अमृत सरोवर जिले में मौजूद अन्य संस्थानों को भी इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि गुरुजल सोसायटी के सहयोग से पटौदी के पलासोली, सोहना के हरियाहेड़ा और फर्रुखनगर ब्लॉक के ताजनगर में इन तालाबों का पुनर्भरण किया गया है। संयुक्त रूप से ये तीन तालाब भूजल में 9.3 करोड़ लीटर की वृद्धि करेंगे, इनकी मदद से करीब 26 करोड़ लीटर पानी को साफ किया जा सकेगा। इसके अलावा इन तालाबों के आसपास करीब 450 से अधिक पेड़-पौधे लगाए गए हैं, जोकि 2500 टन कार्बन डाई ऑक्साइड को कम करने और 84 टन ऑक्सीजन के उत्पादन में सहायक होंगे।
कार्यक्रम में एचएमआईएल के एवीपी और वर्टिकल हेड, कॉरपोरेट अफेयर्स पुनीत आनंद ने कहा कि ईको-ग्राम प्रोजेक्ट शहर के वेस्ट मैनेजमेंट और कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में एक बेहद महत्वपूर्ण कदम है। इससे शहर में लैंडफिल जैसी समस्याओं का समाधान भी होगा। उन्होंने बताया कि प्रति माह लगभग 25 टन वेस्ट का निस्तारण इस संयंत्र की मदद से किया जा सकेगा और इसके साथ ही हर महीने करीब 2500 किलोवाट तक पावर जनरेट की जा सकेगी। इस मौके पर जीएमडीए के एडिशनल सीईओ सुभाष यादव, हुंडई मोटर्स के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (कॉर्पोरेट अफेयर्स) डी. एस किम, हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट के एडिशनल सीईओ गौरव सिंह, गुरुजल सोसाइटी की निदेशक शुभी केसरवानी सहित साहस एनजीओ के पदाधिकारी आदि उपस्थित रहे।