हरियाणा के जींद जिले से कंप्यूटर ऑपरेटर का रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने DFSC कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर को 15 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बता दें यह कोई पहला रिश्वतखोरी की मामला नही है। इस से पहले भी कई बार ACB की टीम ने कई रिश्वतखोरों को पकड़कर जेल की हवा खिलाई है।
कंप्यूटर ऑपरेटर पर राइस मिल मालिक की पेमेंट रिलीज करने के लिए रिश्वत की डिमांड की थी। जिसके बाद राइस मिल मालिक ने ACB की टीम को इस मामले की जानकारी दी। जिसपर तुरंत ACB की टीम ने काम शुरू किया। शिकायतकर्ता की नरवाना में एक राइस मिल है। जिसकी साल 2022-23 की उसकी पेमेंट, ट्रांसपोर्ट खर्च की पेमेंट दो लाख 75 हजार रुपए बाकी रह रहा था। जिसमें से 5 लाख 85 हजार का भुगतान किया जा चुका है। DFSC कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर ने असीन खान से पेमेंट रिलीज करने के लिए 3% खुद लेने की मांग रखी।
रेडिंग टीम ने शिकायतकर्ता को 15 हजार रुपए की राशि ड्यूटी मजिस्ट्रेट द्वारा हस्ताक्षरित करा पाउडर लगाकर दे दिए। योजना के मुताबिक शिकायतकर्ता ने कंप्यूटर ऑपरेटर से संपर्क साधा तो उसने लघु सचिवालय स्थित DFSC कार्यालय में बुला लिया। इशारा मिलते ही रेडिंग टीम ने असीन खान को काबू कर लिया। उसके कब्जे से रिश्वत राशि 15 हजार रुपए बरामद कर ली। हाथ धुलवाए जाने पर उनका रंग लाल हो गया।
एसीबी के डीएसपी सुमित कुमार ने बताया कि राशि रिलीज करने की एवज में रिश्वत लेते कंप्यूटर ऑपरेटर को रंगे हाथों काबू किया है। अन्य लोगों की संलिप्तता के बारे में आरोपी से पूछताछ की जा रही है।