हरियाणा में इन दिनों चारों तरफ स्मॉग फैला हुआ है यह स्मॉग की चादर लोगों के लिए काफी जानलेवा साबित हो सकती है। हर वर्ष सितंबर से नवंबर के बीच काफी प्रदूषण देखने को मिलता है। यह प्रदूषण किसानों के द्वारा पराली जलाने और दीपावली पर पटाखे जलने के कारण अधिक होता है जिसका भुगतान लोगों को झेलना पड़ता है।
हिसार पिछले तीन दिन से स्मॉग की चादर में लिपटा है। दिन भर स्मॉग के चलते बीमार लोग घरों से बाहर नहीं निकले। हालात ऐसे हैं कि हिसार की हवा में एक्यूआई का आंकड़ा 450 के आस पास घूम रहा है। इसके चलते हिसार विश्व के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की सूची में है।
सुबह से लेकर शाम तक वाहन चालक बचकर निकले। दूसरी तरफ से अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मौसम में परिवर्तन के बाद तीन दिन से एक्यूआई लगातार बढ़ रहा है। इसमें आंकड़ा 400 के पार है। शहर के लोग घर से बाहर निकलने के बजाए स्मॉग से बचने का प्रयास कर रहे है।
स्मॉग से बचने के लिए नगर निगम की तरफ से गाड़ी से पानी का छिड़काव चल रहा है। वहीं प्रदूषण विभाग व जिला प्रशासन की तरफ से कोई भी अभी निर्माण कार्य का प्रदूषण को कम करने के लिए आदेश जारी किए है। इसके चलते उद्योग हो या निर्माण कार्य तेजी से चल रहे हैं। सड़क निर्माण हो या फैक्ट्री क्षेत्र वहां पर धुआं काफी मात्रा में उड़ रहा है, जिससे प्रदूषण फैल रहा है।