रेवाड़ी। जिले के गांव खोरी में एक वृद्ध दिव्यांग मां व उसके 50 वर्षीय दिव्यांग बेटे ने सरकार को जगाने के लिए गांव में थाली बजाकर प्रभात फेरी निकाली। प्रभात फेरी निकालने का उद्देश्य सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाना था। दोनों मां-बेटे आंखों से अंधे है , किसी प्रकार का आय का साधन नहीं है।
उनके पास अभी तक सरकार द्वारा बनाए गए कोई भी दस्तावेज नहीं है । इसी माह के आरंभ में भी दोनों मां-बेटे इसी मांग को लेकर थाली बजाते हुए उपायुक्त कार्यालय पहुंचे थे , लेकिन उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ।
जानकारी के अनुसार गांव खोरी निवासी 70 वर्षीय रामा देवी व उनका 50 वर्षीय बेटा महेंद्र आंखों से अंधे है । उनके पास अभी तक सरकार द्वारा बनाई गई कोई भी आईडी नहीं है। बेशक विभिन्न सामाजिक संगठन व कथित समाज सेवक लोगों की मदद करने का दावा करे, लेकिन उक्त दोनों मां-बेटे की आईडी बनवाने के लिए कोई भी आगे भी नहीं आया है। इसी माह के प्रथम सप्ताह में दोनों जिला सचिवालय थाली बजाते हुए पहुंचे थे।
जब उनसे इस प्रकार थाली बजाते हुए यहां पहुंचने का कारण पूछा तो उन्होंने कहा था कि हो सकता है , उनकी लगभग खाली रहने वाली थाली की आवाज प्रशासन या फिर सरकार तक पहुंच जाए , लेकिन उनकी मदद नहीं हो सकी। आज एक बार फिर से दोनों मां-बेटों ने इसी प्रकार थाली बजाकर गांव में प्रभात फेरी निकाली। अब देखना यह है कि उनकी थाली की आवाज प्रशासन अथवा सरकार तक पहुंचती है या नहीं।