देश रोज़ाना: डिप्रेशन एक ऐसा रोग है। जो व्यक्ति को मरने तक के लिए मजबूर कर देता है। हरियाणा के पानीपत शहर से एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां एक व्यक्ति ने डिप्रेशन में आकर नहर में छलांग लगा दी। बताया जा रहा है कि कंपनी में कुछ गड़बड़ी हुई थी जिसका आरोप मृत व्यक्ति पर लगाया जा रह था। वह व्यक्ति यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया और आत्महत्या करने का फैसला ले लिया और इंडस्ट्री का स्टॉक सुपरवाइज़र दिल्ली पैरेलल नहर में कूदकर अपनी जान दे दी। फ़िलहाल डेड बॉडी नहीं पाई है।
मृतक सुनील वृंदावन इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की इंडस्ट्री में काम करता था। 20 सालों से वह इस कंपनी में काम कर रहा था। मरने से पहले मृतक सुनील ने एक सुसाइड नोट लिखा जिसमे उसने माफ़ी मांगी है। जैसे ही यह सुसाइड नोट परिजनों के हाथ लगा तो तुरंत इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज करके मृतक की डेडबॉडी काे खाेजना शुरू कर दिया है।
मृतक सुनील की पत्नी पिंकी ने बताया कि पिछले दो दिनों से उनका पति मानसिक तौर से काफी परेशान चल रहा था। घर से यह बोलकर निकला कि वह काम पर जा रहा है लेकिन बहुत देर तक वापस नहीं आया। जिसके बाद परिवार वालों ने खोजना शुरू किया तो सुनील की स्कूटी नहर के पास खड़ी मिली। और स्कूटी की तलाशी लेने पर एक सुसाइड नोट मिला। जिसके बाद सनसनी मच गई।
लगातार मानसिक बीमारियां बढ़ती जा रही है। जिनमे तनाव, डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन प्रमुख है। यह बीमारियां बहुत जल्दी लोगों को अपनी चपेट में ले लेती है। और व्यक्ति को मौत के घाट उतार देती है।