बादशाह खान सिविल अस्पताल में साफ सफाई और अन्य सेवाओं का जायजा लेने के लिए एनएचएसआरसी दिल्ली से आए 40 चिकित्स कों दल के आने से सभी सतर्क हो गए। 40 सदस्य पांच-पांच चिकित्स कों का ग्रुप बनाकर बीके अस्पताल का दौरा कर वहां मिल रही सुविधाओं के बारे में जाना। उन्होंने वार्ड से लेकर सभी यूनिटों, दवा, रजिस्ट्रर के रिकार्ड समेत साफ सफाई का हाल जाना। लेकिन इस दौरान टीम के सदस्य लड़खड़ाते नजर आए। जिस पर टीम के सदस्यों ने मौके पर मौजूद चिकित्सकों को वहां लगी उखड़ी टाइलों को चिपकाने का तरीका तक बता दिया।
जानकारी के मुताबिक एनएचएसआरसी से ट्रेनी बैच ने क्वालिटी कोर्डिनेटरों के संग बीके सिविल अस्पताल में दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। जिसमें दस कोर्डिनेटर और 30 ट्रेनी डॉक्टरो समेत 40 सदस्य मौजूद थे। इस दौरान सदस्यों ने पांच-पांच के गु्रपों में एनक्यूएएस सर्टिफाईड प्राप्त बीके सिविल अस्पताल में दी जा रही सुविधाओं को जाना। जिसमें उन्होंने प्रयोगशालाओं, बच्चों की नर्सरी, जनरल मेडिसिन समेत रेडियोलॉजी, लेबर रूम, मुस्कान प्रोजेक्ट के तहत दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली।
इस दौरान जहां ट्रेनरों ने चाहा वहीं अस्पताल के चिकित्सकों और नर्सिंग आॅफिसरो समेत रेडियोलॉजिस्टों ने उन्हें सब जानकारी उपलब्ध करवाई। इस मौके पर पीएमओ डॉ सविता यादव के निर्देश पर डॉ मनोज बजाज, डॉ हेमंत, डॉ हिमानी और अन्य चिकित्सकों ने उन्हें अस्पताल की विजिट करवाई। रेडियोलॉजी के दौरे में डॉ मनोज बजाज, डॉ किरण, डॉ उषा गंगवार, डॉ पुनीत खन्ना, डॉ सुशील चौहान, डॉ सुभा्रंशु मुख्य रूपसे मौजूद रहे। जहां उन्हें रेडियोलॉजिस्ट राजकुमार ने दौरा करवाया।
बताया उपाय:
एनएचएसआरसी दिल्ली के जरिये देश के विभिन्न हिस्सों से आए चिकित्सकों को अस्पताल में चलने के दौरान परेशानियां हुई। इस दौरे में उड़ीसा, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, राजस्थान समेत अन्य कई राज्यों के चिकित्सक शामिल थे। उन्हें यहां दिव्यांगों के लिए लगी पीले रंग की रबड़ की पट्टी वाले फर्श के उखडे होने के कारण पैर लड़खड़ाने की दिक्कत हुई। उन्होंने बीके अस्पताल के चिकित्सक डॉ हेमंत को बताया कि इसे चिपकाने के लिए मात्र 225 रुपये की एक फैविस्टीक आती है। जिससे यह टाइल आराम से चिपक जाएगा