देश रोज़ाना: हरियाणा में जब-जब बाजरा फसल की खरीद शुरू हाेती है तब-तब विवाद देखा गया है। नारनौल की अनाज मंडी में भी कुछ ऐसा ही सामने आया है। नारनौल के सभी किसान अपनी फसल लेकर वाहनों से मंडी पहुंचे जिसके कारण मंडी में जाम की स्थिति पैदा हो गई। वहीं फसल के अच्छा दाम ना मिलने के कारण किसान गर्म हो गए और सड़क पर जाम लगा दिया। इसके चलते सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें लग गई।
मंडी में लगे जाम की सुचना मिलने पर मौके पर पुलिसकर्मी मंडी पहुंचे और जाम को खुलवाया। किसानों को व्यवस्थित तरीके से लाइनों में लगाकर खरीद प्रक्रिया शुरू करवाई। वहीं सड़क पर खड़े वाहनों को सही करवाकर मार्ग पर आवागमन शुरू करवाया। पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर अहम भूमिका निभाई है।
किसानों ने मंडी प्रशासन पर आरोप लागए है कि मंडी में बड़े वाहनों को खड़े करने की कोई व्यवस्था नहीं बनाई गई जिसके कारण किसानों को मजबूरन जाम लगाना पड़ा। किसानों ने पुलिस प्रशासन को बताया कि फसल की खरीद के लिए मंडी में व्यवस्था नहीं थी तो किसानों को नहीं बुलाना चाहिए था। मंडी में अव्यवस्था के चलते किसानों को खरीद के लिए परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं गेट पास व टोकन लेने में किसानों को 2-3 घंटे का इंतजार करना पड़ा।
किसानों का कहना है कि हर बार इसी तरह मंडियों में बिना कोई व्यवस्था बनाए किसानो को बुला लिया जाता है। हंगामे को देखकर किसानों पर ही उल्टा आरोप लगा दिया जाता है। प्रशासन को फसल की खरीद के समय किसानों के हित में नियम बनाना चाहिए जिससे प्रशासन को कोई परेशानी ना हो और ना ही किसानों को।