हरियाणा पंजाब सीमा से सटीक का नदी के बांध टूटने के बाद सरकार ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है। पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के कारण आई जलप्रलय ने अंबाला जिले में खूब तबाही मचाई है। अब किसानों ने अपने दम पर बांध को पक्का करने का ऐलान कर दिया है।
गंगा नदी के आसपास लगते 50 से अधिक गांव के किसानों ने फैसला लिया है कि हर गांव से 1000 कट्टे मिट्टी के भरकर बांध को पक्का करने के लिए लाए जाएंगे। पंजाब एरिया में कितने नदी के बांध पक्का ना करने पर भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह के आह्वान पर हरियाणा और पंजाब के किसानों को यह जिम्मेदारी दी गई।भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह के प्रधान अमरजीत सिंह मोदी ने कहा कि अंबाला के साथ लगते घग्गर नदी के पंजाब एरिया में दो जगह बांध टूटे हैं। जिसकी वजह से अंबाला में लाखो एकड़ फसल तबाह हो गई है।
20 दिन पहले बाढ़ आ चुकी है लेकिन हरियाणा और पंजाब सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है ऐसे में किसानों को अपनी फसल बर्बाद होने का डर है। पहले ही लाखो एकड़ की फसल बर्बाद हो चुकी है लेकिन सरकार अब भी गंभीर नहीं है। वे सरकार का सहयोग करने को तैयार है लेकिन सरकार उनका सहयोग करने को तैयार नहीं।