हरियाणा के फतेहाबाद में बाढ़ का पानी अब नीचे उतर रहा है। लेकिन बाढ़ के जाने के बाद कई दर्द भरी कहानी अभी फतेहाबाद में जीवित है इस बार में अधिकतर आबादी को बचा लिया गया। लेकिन कुछ निचले गांव व ढाणियों पूरी तरह डूब गई है। ऐसी एक ढाणी पाली में बाशिंदे आसमानों को लौट आने लगी है जोकि बहुत डरावना मंजर है।
करीब 70% गांव की आबादी को नुकसान पहुंचा है लेकिन दर्जनभर से अधिक ऐसे गांव है। जो अब बस ने लायक नहीं है किसी घर की छत गिर गई है। तो किसी की दीवार किसी घर की चारदीवारी ढह गई है तो किसी की चौखट उखड़ गई है एक परिवार तो ऐसा भी सामने आया है। जो बाढ़ का खतरा देख पहले यहां से पलायन कर गया और शहर में मात्र 15 से 20 दिन के लिए 5 हजार तक का किराया चुक तक है।एक महिला ने रोते हुए बताया कि कोरोना न्यूज़ के बेटे को छीन लिया अब इस बार ने उसका मकान तहस-नहस कर दिया है। बता दे कि बाढ़ के दौरान इस छोटे से गांव को पानी ने चारों तरफ से घेर लिया पानी गांव के अंदर से होते हुए आ गई। शहर की तरफ बढ़ता चला गया घरों में 5 से 6 फीट तक पानी भर गया जिसके बाद पूरे गांव को शहर की अनाज मंडी में बने रिलीफ कैंप में शिफ्ट कर दिया गया।
गांव के अमर सिंह ने बताया कि पानी जैसे ही गांव की तरफ आया तो अचानक भागीदड़ मच गई। वह केवल जरूरी सामान ही उठा पाए और तुरंत वहां से निकल गई लेकिन बाद में देखा तो पूरी तरह पानी ने पशुओं को चारों तरफ से घेर लिया था जिसके बाद बुरा हाल हो गया। हर तरफ नुकसान ही देखने को मिल रहा था जो की बहुत खतरनाक था।