देश रोज़ाना: नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद तीनों ही ऐसे इलाके है जहां लोग अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए काम करने जाते है। काम- काज के नजरिये से इन्हीं शहरों में लोग अधिक काम करने के लिए निकलते है। लेकिन, दिक्कत बस एक ही है और वो है जाने- आने की। यात्रा करने के लिए काफी लोगों को दिक्क्त आती है। लेकिन अब उन लोगों के लिए एक खुशखबरी है। अब 30 मिनट में ही लोग इन शहरों में आवाजाही कर सकते है।
मास्टर प्लान- 2041 का ड्राफ्ट तैयार करने की जिम्मेदारी फरीदाबाद मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (FMDA) को मिली है. एफएमडीए फरीदाबाद और नोएडा के बीच हाई स्पीड ट्रेन चलाने की योजना बना रहा है।
इस ट्रेन कॉरिडोर को बाद में गुरुग्राम से भी जोड़ा जाएगा। हालांकि, चर्चा है कि हाई स्पीड ट्रेन को जेवर ग्रीन एक्सप्रेसवे वाले रूट पर बनाया जाएगा लेकिन इस योजना का रूट बाद में बदला भी जा सकता है। मास्टर प्लान 2041 के तहत, सेक्टर- 65 से शुरू होने वाले जेवर ग्रीन एक्सप्रेसवे के किनारे हाई स्पीड कॉरिडोर बनाया जा सकता है।
विचार किया जा रहा है कि इसके किनारे हाई स्पीड ट्रेन कॉरिडोर भी बनाया जाए. इसी तरह सेक्टर- 65 से कॉरिडोर गुड़गांव से जुड़ेगा। इसका रूट सेक्टर- 65 से पृथला ऑर्बिट रेल कॉरिडोर हो सकता है। वहां से यह सीधे मानेसर से जुड़ जाएगा।
फिलहाल, फरीदाबाद से नोएडा तक परिवहन की कोई बेहतर व्यवस्था नहीं है। यहां से बड़ी संख्या में लोग काम के लिए नोएडा और गुड़गांव जाते हैं। निजी वाहनों के लिए नोएडा की राह आसान नहीं है। नोएडा के लिए कोई सीधी बस नहीं है। अगर आप बस से नोएडा जाना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले फरीदाबाद से बदरपुर बॉर्डर तक जाना होगा।
वहां से आपको नोएडा के लिए बस मिल जाएगी। इसके अलावा प्राइवेट कैब से यात्रा करना महंगा है। फ़रीदाबाद से नोएडा तक कोई रेल मार्ग नहीं है। इसी तरह अगर आप फरीदाबाद से गुरुग्राम जाना चाहते हैं तो आप सिटी बस शुभगमन या हरियाणा रोडवेज की साधारण बसों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन बसों की संख्या कम होने से दिक्कत आती है। मेट्रो मोड़ से निजी टैक्सियाँ उपलब्ध हैं, जो गुरूग्राम तक का किराया 50 रुपये लेती हैं। फ़रीदाबाद से गुरूग्राम तक कोई रेल मार्ग नहीं है।