देश रोज़ाना: भारतीय कुश्ती संघ के प्रधान रहे बृजभूषण सिंह शरण व उनके खिलाफ लड़ाई लड़ रहे पहलवानों का सोशल मीडिया पर विवाद देखने को मिल रहा है। ब्रजभूषण ने एक ट्ववीट कर अपने ऊपर लगाए सभी आरोपों को झूठा बताया है। जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए बजरंग पूनिया ने ट्वीटर पर लिखा है कि अपना गुणगान ऐसे कर रहा है, जैसे स्वतंत्रता सेनानी हो। उन्होंने लिखा कि आरोपों में जेल जाने से पहले बृजभूषण को बौखलाना नहीं चाहिए।
बृजभूषण शरण ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप शेयर की है। जिसमें बृजभूषण सिंह शरण कह रहे हैं कि मेरे ऊपर जिन्होंने आरोप लगाए थे, अब जाकर हरियाणा में देखो कि उनकी कितनी इज्जत है। उन्हें कोई बुलाता नहीं है। उनके फॉलोअर्स घट गए हैं। किसी कार्यक्रम में जाते थे तो 5 लाख से उनकी विदाई होती थी, लेकिन आज किसी कार्यक्रम में बुलाए नहीं जाते। मुझे तो हरियाणा से बुलावा आता है, हर जगह से बुलावा आता है, हम जाते भी है।
हमारी नहीं, बल्कि उनकी इज्जत घटी है। मैंने फेस किया, जो मीडिया लगभग सात दिन तक मेरे खिलाफ थी, वह मीडिया भी पलट गई। वह मीडिया भी उन खिलाड़ियों से सबूत मांगने लगी। बृजभूषण बोल रहे हैं कि 18 जनवरी को धरने पर बैठे इसके बाद ब्रेक आया। खेल मंत्रालय की तरफ से बनाई गई कमेटी में मैंने एक ऑडियो क्लिप जमा किया है। इस ऑडियो में एक सज्जन उन्हें लेकर कुछ कह रहे हैं। पैसा देने की बात भी करते हैं। करीब 4 महीने बाद नई तैयारी के साथ फिर आए। उनके खिलाफ शिकायत दी। लेकिन न फोटो, न वीडियो, न ऑडियो और न टेलीफोन का कोई रिकॉर्ड। बस फांसी दे दो।
बजरंग पूनिया ने जवाब में कहा कि इस देश का दुर्भाग्य यह है कि सत्ता ऐसे लोगों के हाथ में है जो सेक्शुअल हैरेसमेंट की सर्वाइवर्स का खुलेआम ऐसे मजाक उड़ा रहे हैं। यह ऐसे अपना गुणगान कर रहा है जैसे स्वतंत्रता सेनानी हो। हरियाणा में जनता के बीच गए तो जनता खुद जवाब दे देगी। एक बार ऐलान करके लोगों के बीच में आओ तो सही। खैर, जेल जाने से पहले इतना बौखलाना नहीं चाहिए बृजभूषण सिंह।