संजय मग्गू
पिछले कुछ दशकों से देश का आर्थिक ढांचा काफी तेजी से बदला है। युवाओं के लिए नौकरियों के नए-नए क्षेत्र विकसित हुए हैं। तकनीकी क्षेत्र में सबसे ज्यादा रोजगार की संभावनाएं पैदा हुई हैं। दूरसंचार, टेक्नोलॉजी, स्टार्टअप और कॉमर्शियल सेक्टर में सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर इन दिनों उपलब्ध हो रहे हैं। आर्थिक क्षेत्र में जिस तरह नई-नई किस्म की नौकरियों के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं, उसी के हिसाब से आधुनिक शिक्षा प्रणाली भी बदलती जा रही है। आज की शिक्षा प्रणाली का उद्देश्य सिर्फ क्लर्क या अफसर बनने की योग्यता पैदा करना नहीं रह गया है। ऐसी स्थिति में आज के युवा जब नौवीं या बारहवीं कक्षा पास करते हैं, तो वह यह नहीं समझ पाते हैं कि उन्हें भविष्य में करना क्या है? उन्हें बारहवीं कक्षा के बाद कौन सा विषय पढ़ना चाहिए या कौन सा कोर्स करना चाहिए, ताकि वे उस क्षेत्र में अपना करियर बना सकें। जानकारी न होने की वजह से कई बार छात्र-छात्राएं गलत दिशा में चले जाते हैं अर्थात अपनी योग्यता और रुचि के विपरीत पाठ्यक्रम अपना लेते हैं जिसकी वजह से बाद में उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार ने युवाओं को इस स्थिति से बचाने के लिए विद्यार्थियों को बेहतर करियर का चुनाव करने में मदद देने के लिए काउंसिलिंग सुविधा प्रदान करने का फैसला किया है। शिक्षा निदेशालय ने प्रत्येक जिले में शिक्षा से जुड़े संस्थानों को निर्देश जारी कर दिया है। अब अगली कक्षा में प्रवेश से पहले विद्यार्थियों की काउंसिलिंग की जाएगी, ताकि वे बेहतर करियर विकल्प अपना सकें। यह योजना लागू करने से पहले अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षित शिक्षक बारहवीं पास होने वाले छात्र-छात्राओं को यह बताएंगे कि उनके लिए कौन सा विषय उचित होगा। यही नहीं, सैनी सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों में सुपर-100 योजना की शुरुआत की है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले मेधावी बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए सुपर-सौ कार्यक्रम शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम में चयनित होने के लिए पहले बच्चों को एक परीक्षा देनी होगी, जो वर्ष 2025-27 बैच के लिए पांच फरवरी को यह परीक्षा होगी। प्रदेश भर से 67800 विद्यार्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वर्ष 2023 में की थी। पहले साल ही सुपर-100 की पहली छात्रा काजल ने माइक्रोसाफ्ट में 31 लाख रुपये का सालाना पैकेज प्राप्त किया था। इसके अगले साल 62 बच्चों ने जेईई एडवांस्ड और 90 बच्चों ने एनईईटी परीक्षा पास की थी। सैनी सरकार ने भी प्रदेश के युवाओं को अपना करियर बनाने में सहायता देने की नायाब पहल की है।
हरियाणवी युवाओं के सुपर-सौ और काउंसिलिंग से सपने होंगे पूरे
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