देश रोज़ाना: हरियाणा में एक बार फिर से स्मॉग की मोटी चादर दिखने लगी है। जिस के कारण एक बार फिर हरियाणा गैस का चैंबर बनने लगा है। और साथ ही यह स्मॉग की मोटी चादर लोगों के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर रही है। इससे लोगों की आखों में जलन रही है और साथ ही साँस लेने में भी दिक्क्त रही है।
हरियाणा में सबसे प्रदूषित शहर बल्लभगढ़ रहा है, जिसका वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 373 रिकॉर्ड किया गया है। बहादुरगढ़ में 344, गुरुग्राम 314, करनाल 310, रोहतक 307 और सोनीपत का एक्यूआई 306 दर्ज किया गया। वहीं राजधानी दिल्ली में यह 409 रहा। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप-3 के नियम लागू कर दिए हैं।
बढ़ती स्मॉग को देखते हुए शहर में निर्माण कार्य व ध्वस्तीकरण पर प्रतिबंध लगाया गया है। बीएस-3 पेट्रोल व बीएस-4 डीजल के चारपहिया वाहनों पर रोक रहेगी। हरियाणा के फरीदाबाद का एक्यूआई भी 282, कैथल का 256, कुरुक्षेत्र 277, मानेसर 211, सिरसा 208 और भिवानी का 280 दर्ज किया गया।
हरियाणा में अबकी बार उस स्तर की सर्दियां नहीं पड़ रही है। तापमान में काफी गिरवाट दर्ज की गई है। वहीं कयास लगाए जा रहे है कि यदि बारिश होती है तो फिर से तापमान सामान्य हो सकता है।