देश रोज़ाना: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर 6 बालिग पहलवानों के साथ यौन शोषण का आरोप लगाया हुआ है। जिस केस की सुनवाई दिल्ली कोर्ट में होगी। इस मामले की सुनवाई बीते सप्ताह शनिवार को होनी थी। लेकिन, जज की छुट्टी होने के कारण यह सुनवाई स्थगित कर दी थी। आज फिर से इस मामले की सुनवाई में आरोप तय किए जाएंगे।
इससे पहले इस मामले में 20 जुलाई को बृजभूषण शरण सिंह और WFI के सस्पेंड सहायक सचिव विनोद तोमर को अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट हरजीत सिंह जसपाल ने जमानत दी थी।
पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक सहित अन्य नामी पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़िन के आरोप लगाए है। इन आरोपों के कारण काफी लंबे समय तक पहलवान धरने पर रहे थे। यह धरना दिल्ली के जंतर मंतर पर हुआ था। धरने के आधार पर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज कर लिया था।
15 जून को राउज एवेन्यू कोर्ट में मामले में चार्जशीट पेश की। आरोपियों में बृजभूषण के अलावा WFI के असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर का नाम भी है। चार्जशीट में पहलवानों ने मजिस्ट्रेट के सामने जो बयान दिए हैं, उन्हें अहम आधार माना गया।
नाबालिग पहलवान ने WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ लगाए यौन शोषण के आरोप वापस ले लिए हैं। उन्होंने कहा- बृजभूषण ने मेरे साथ भेदभाव किया। नाबालिग पहलवान के पिता ने इसकी पुष्टि की। नाबालिग के पिता ने कहा- हमने 5 जून को सुप्रीम कोर्ट में बयान बदल दिए थे। मैंने किसी लोभ या लालच में नहीं, डर की वजह से बयान बदले