देश रोज़ाना: हरियाणा में सरकार ने “हर घर नल योजना” की घोषणा कर प्रत्येक परिवार को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की योजना को कार्यरूप देने की बात कही है। इस योजना का आम आदमी को लाभ नही मिल पा रहा है। हथीन उपमंडल के 10 हजार की आबादी वाले मलाई गांव के लोगों को महंगे दामों पर पानी खरीदकर प्यास बुझानी पड़ रही है। गरीब आदमी का इतना सामर्थ्य नही कि वह महंगे दामों पर पानी मंगा सके। इस कारण गरीबों का बड़ा वर्ग में खारा पानी पीने को मजबूर है। पेयजल सप्लाई के लिए सरकार ने जन स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से जो जल संग्रहण केंद्र स्थापित किया हुआ है। वहां तक जरूरत के मुताबिक पानी नही आता है।
10 हजार की आबादी में मात्र 3 हजार की आबादी तक अपर्याप्त पानी सप्लाई होता है। इस कारण लोगों को प्राइवेट टैंकरों के माध्यम से पानी मंगवा कर पीना पड़ रहा है। गांव के समाजसेवी मोहम्मद जकरिया ने बताया कि सरकारी पेयजल आपूर्ति ठप्प होने के कारण प्राइवेट पानी के टैंकरों के मालिकों ने भी रेट बढ़ा दिए हैं। एक टैंकर 900 रुपए से लेकर 1100 रुपए तक आ रहा है। टैंकरों के पानी से ही लोग आम दिनचर्या के खाना बनाना, स्नान आदि कार्य करते हैं। पेयजल के लिए एक बाल्टी पानी के लिए 10 से 20 रुपए खर्च करने पड़ते हैं। परिवार बड़ा होने के कारण पेयजल की कई-कई बाल्टियों को मंगाना पड़ता है।
लोगों की प्रशासन से मांग है कि समुचित मात्रा में पेयजल का प्रबन्ध किया जाए। सीएम विंडो एमिनेंट सूरज पांडे ने बताया कि पेयजल संकट की शिकायत मिली है। जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता दीपेंद्र राज ने बताया कि पेयजल आपूर्ति व्यवस्था सुधारने के लिए सम्बन्धित जूनियर इंजीनियर को निर्देश दिए गए हैं। आपूर्ति बढ़ाने के लिए अतिरिक्त ट्यूबवेल लगवाने के लिए योजना बनाई जा रही है। शीघ्र ही स्वीकृति मिलने पर योजना पर अमल होगा।