होडल। एक और तो सरकार पर्यावरण के स्वच्छ बनाए रखने के लिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने के लिए प्रेरित कर रही है वही दूसरी ओर गांव खिरबी में स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय के अध्यापकों ने कुछ रुपए के लालच में गांव के सरपंच से मिली भगत कर स्कूल परिसर में से दर्जनों हरे भरे पेड़ों को उखाड़ दिया। स्कूल के अध्यापकों ने इन पेड़ों को उखाड़ने के लिए ना तो वन विभाग की अनुमति ली ना ही अपने विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी। स्कूल अध्यापकों व सरपंच द्वारा मिली भगत कर कुछ रुपए के लालच में हरे भरे दर्जनों पेड़ों को उखाड़ने का मामला गांव खिरबी में तूल पकड़ रहा है। ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत प्रशासनिक व वन विभाग अधिकारियों से कर अध्यापकों व सरपंच के खिलाफ कार्रवाई कराने का मन बना लिया है।
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हरेभरे पेड़ों को काटने का मामला आया सामने
गांव खिरबी में स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में हरेभरे पेड़ों को काटने का मामला सामने आया है। पेड़ किसी अन्य व्यक्ति ने नहीं, बल्कि सरकारी स्कूल अध्यापकों ने गांव के सरपंच से मिल कर बिना वन विभाग को अनुमति लिए बगैर ही दर्जनों पेड़ों को कटवा दिया। जबकि किसी भी सरकारी परिसर में से पेड़ों को काटना अपराध की श्रेणी में आता है। ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों से जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है। गांव खिरबी के ग्रामीण धर्मेंद्र, मोहन, जितेंद्र, राजेश ने जानकारी में बताया कि गांव खिरबी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय परिसर में खड़े दर्जनों हरे भरे पेड़ों को स्कूल के अध्यापकों ने गांव के सरपंच के साथ मिलीभगत कर बेचने की नियत से कटवा दिया। ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों व वन विभाग के अधिकारियों को बताए बगैर ही अध्यापकों व सरपंच ने उपर की उपर ही पेड़ो को बेचकर रकम हड़पने का प्रोग्राम बनाया हुआ था। ग्रामीणों का कहना है कि पेड़ों के काटे जाने की वजह से स्कूल परिसर में बच्चों को खेलने के लिए छाया खत्म हो गई है और ग्रामीण इलाकों में बिजली की कमी को देखते हुए बच्चें जहा पेड़ों की छाया में बैठ कर पढ़ाई करते थे अब स्कूल के मैदान में पढ़ने वाले बच्चों को चिलचिलाती धूप में पढ़ना पढ़ेगा।
विद्यार्थियों को पर्यावरण व हरियाली के लिए जागृत करने वाले अध्यापक
ग्रामीणों ने कहा कि समय-समय पर पौधरोपण कर विद्यार्थियों को पर्यावरण व हरियाली के लिए जागृत करने वाले अध्यापक ही थोड़े लालच के में आकर हरे भरे पेड़ों पर आरी चलवाने लगे हैं। अध्यापकों ने सरपंच के बहकावे में आकर स्कूल प्रांगण में खड़े दर्जनों हरे-भरे पेड़ काट डाला। अब स्कूल प्रबंधन और सरपंच मामले को रफा-दफा करने में जुटे हैं। ग्रामीणों ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। ग्रामीण इस मामले की शिकायत एसडीएम, वन व शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों से कर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करेंगे। इस मामले वन विभाग के दरोगा रामकिशन का कहना ही की स्कूल संचालक ने पेड़ कटवाने के लिए कोई परमिशन नही ली है। उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने के बाद ही मौके का निरीक्षण कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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