करनाल: माता प्रकाश कौर श्रवण एवं वाणी निशक्तजन कल्याण केंद्र में एक नई पहल की शुरुआत की गई है। समिति की चेयरपर्सन श्रीमती मेघा भंडारी ने बच्चों के लिए पोटरी कुम्हारी कौशल का कार्य शुरू करवाया गया है।
इस पहल के तहत, बच्चों को पोटरी कुम्हारी के कौशल में प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे वे अपने हाथों से विभिन्न प्रकार के बर्तन और सजावटी सामग्री बना सकेंगे। यह कार्य न केवल बच्चों की रचनात्मकता को बढ़ावा देगा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाएगा।
श्रीमती मेघा भंडारी ने कहा, “हमारा उद्देश्य बच्चों को विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षित करना है, जिससे वे अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सकें। पोटरी कुम्हारी कौशल एक ऐसा कौशल है जो बच्चों को रचनात्मक और आत्मनिर्भर बनाएगा।”
“हमारी सरकार ने बच्चों के लिए कई नीतियाँ बनाई हैं, जैसे कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सर्व शिक्षा अभियान, और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग। हमारा उद्देश्य इन नीतियों को सफल बनाना है और बच्चों को एक उज्ज्वल भविष्य प्रदान करना है।”
माता प्रकाश कौर श्रवण एवं वाणी निशक्तजन कल्याण समिति की चेयरपर्सन मेघा भंडारी ने कहा, “हमें यह देखकर बहुत खुशी हो रही है कि हमारे बच्चे पोटरी कुम्हारी कौशल में रुचि ले रहे हैं। हमें उम्मीद है कि यह कार्य बच्चों को एक नए दिशा में ले जाएगा और उन्हें अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाने में मदद करेगा।”
इस अवसर पर केंद्र के बच्चों ने पोटरी कुम्हारी के कौशल का प्रदर्शन किया और अपने हाथों से बनाए गए बर्तनों और सजावटी सामग्री का प्रदर्शन किया।
माता प्रकाश कौर श्रवण एवं वाणी निशक्तजन कल्याण केंद्र की यह पहल बच्चों के लिए एक नए दिशा में ले जाने का एक प्रयास है और हमें उम्मीद है कि यह कार्य बच्चों को एक उज्ज्वल भविष्य प्रदान करेगा।