लाडवा। पिछले कई दिनों से किसान आंदोलन के चलते लाडवा शहर में इंटरनेट सेवाएं बंद होने पर न केवल आमजन को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ-साथ दुकानदारों का कारोबार भी काफी प्रभावित हो रहा है। दुकानदारों का कहना है कि अब लोग अपनी जेब में नकदी नहीं रखते हैं, जिसके कारण अब लोगों को इंटरनेट के माध्यम से गूगल पे, फोनपे आदि से पैसे देने की आदत पड़ चुकी है। जिसके कारण पिछले कई दिनों से इंटरनेट सेवा बंद होने के कारण लोगों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
छोटे दुकानदारों को हो रहा नुकसान
वहीं दुकानदार मिगलानी यीशु कंबोज, हैप्पी जिंदल, बृजमोहन, पिंकी जिंदल, राजेश वर्मा आदि ने कहा कि इंटरनेट बंद होने के कारण अब लोग उनकी दुकानों पर या तो सामान लेने के लिए नहीं आते हैं, यदि आते भी हैं तो कुछ ग्राहक उधार करके चले जाते हैं और अब उन्हें यह भी चिंता सताने लगी है कि जो ग्राहक इंटरनेट न चलने के कारण उधार में सामान लेकर जा रहा है, उससे पैसे आएंगे भी या नहीं। फास्ट फूड व खाने पीने के आदि सामान की रेडी-फड़ी लगाने वालों को भी अब काफी नुकसान हो रहा है। उनका कहना है कि अब उन्होंने पहले से आधा सामान बनाना शुरू कर दिया है। क्योंकि शाम के समय ग्राहक आते ही नहीं है, क्योंकि लोगों की जेब में पैसे नहीं है जिसके कारण वह अब सामान खरीदना पसंद नहीं कर रहे हैं।
शिक्षा भी हो रही है प्रभावित
लाडवा क्षेत्र में पढऩे वाले बच्चों की शिक्षा पर भी काफी असर पड़ रहा है। क्योंकि इंटरनेट सेवा बंद होने के कारण अब उनके मोबाइल लैपटॉप आदि नहीं चल रहे हैं। जिसके कारण अब उन्हें शिक्षा ग्रहण करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लाडवा में पढऩे वाले 11वीं व 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों का कहना है कि सरकार की ओर से उन्हें टैब तो दिए गए हैं, परंतु पिछले काफी दिनों से इंटरनेट न चलने के कारण अब उनके टैब भी नहीं चल रहे हैं और फाइनल परीक्षा सर पर आ चुकी है। यदि कुछ दिन और नेट बंद रहा तो उनकी काफी शिक्षा अधूरी रह सकती है।
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दो-दो दिन के बाद लग रहा है वाई-फाई
शहर में दो या तीन कंपनियों के वाई-फाई लगाने वाले लोग हैं और पिछले काफी दिनों से इंटरनेट सेवा बंद होने के कारण वाई-फाई की मांग भी बढ़ चुकी है। पहले वाई-फाई लगवाने के लिए मात्र एक फोन करना पड़ता था और कुछ ही देर में वाईफाई लोगों के संस्थान आदि पर लग जाता था। परंतु अब लोगों को वाई-फाई लगवाने के लिए दो-दो दिन का इंतजार करना पड़ रहा है। क्योंकि इंटरनेट सेवा बंद होने के कारण अब लोग वाई-फाई की तरफ ज्यादा जा रहे हैं। वही विनोद कुमार, सुखदेव, शैलेंद्र, राजेश कुमार आदि का कहना है कि वाई-फाई लगवाने से उनका खर्च और अधिक बढ़ गया है। क्योंकि अब उन्हें अपने संस्थान पर भी वाईफाई लगवाना पड़ रहा है और घर पर भी वाईफाई लगवाना पड़ रहा है। इसके साथ-साथ मोबाइल का भी रिचार्ज करवाना पड़ रहा है। उनका कहना है कि जो पहले खर्च मात्र 500 रुपए प्रतिमाह आता था अब वह 1200 से1500 आएगा। उन्होंने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द इंटरनेट सेवा को बहाल किया जाए।
वाईफाई की बढ़ी मांग : गौतम
शहर में एक कंपनी के वाईफाई लगाने वाले कर्मचारी गौतम ने बताया कि जब से इंटरनेट सेवा बंद हुई है। तभी से उनकी कंपनी के प्रतिदिन लगभग 40 वाईफाई कनैक्शन शहर में लगाए जा रहे हैं। अभी उनकी कंपनी द्वारा शहर में लगभग 250 से अधिक कनैक्शन दे दिए गए हैं। प्रति कनैक्शन 3 हजार रुपए के हिसाब से लगाया जा रहा है। जिसमें ग्राहक को 6 महीने के इंटरनेट सुविधा दी जा रही है। वहीं उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी के इलावा ओर कम्पनियों के कर्मचारी भी शहर में वाईवाई लगाने का काम कर रहे हैं।
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