देश रोज़ाना: हरियाणा के नूंह में कांग्रेस के नेता नूंह हिंसा का जायजा लेने जा रहे हैं। लेकिन सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए उनकी एंट्री पर रोक लगा दी गई है। जिसके कारण उनकी एंट्री पर रोक लगने के आसार दिखाई दे रहे है। नूंह पुलिस ने पलवल रोड पर बैरिकेडिंग कर दी है। यहीं पर उन्हें रोका जा सकता है। इस जगह पर नूंह के पुन्हाना विधायक मोहम्मद इलियास की गाड़ी को भी रोका गया। सोमवार को पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने नूंह आने की घोषणा की है। नूंह आने वाले कांग्रेस नेताओं में भूपेंद्र हुड्डा भी शामिल रहेंगे।
नूंह के SP नरेंद्र बिजारणिया ने कहा-”जिले में धारा 144 लागू होने के कारण अनुमति नहीं दी गई है। प्रशासन पीड़ितों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। राजनीतिक दौरा हुआ तो प्रशासन का काम बढ़ जाएगा। स्थिति पूरी तरह सामान्य होने की ओर बढ़ रही है। किसी भी प्रकार के व्यवधान को रोकने के लिए हम उनसे अनुरोध कर रहे हैं कि स्थिति पूरी तरह सामान्य होने के बाद वे अपनी यात्रा करें”
नूंह हिंसा के बाद अब SP वरूण सिंगला के बाद DSP जयप्रकाश को भी हटा दिया गया है। उनकी जगह अब भिवानी से मुकेश कुमार को भेजा गया है। इससे पहले रविवार को CPI नेताओं को भी नूंह और गुरुग्राम के हिंसा वाले क्षेत्रों में नहीं जाने दिया गया। इसके लिए पुलिस ने धारा 144 और उनकी सिक्योरिटी का हवाला दिया था वहीं मंगलवार को रेवाड़ी और फरीदाबाद से भी धारा 144 हटा ली गई है। सोमवार को गुरुग्राम में भी यह फैसला लिया गया था। फरीदाबाद के बल्लभगढ़ से इंटरनेट की पाबंदी भी हटा ली गई है।
हिंसा के बाद नूंह में सरकार का बुलडोजर एक्शन चल रहा था। सोमवार को हाईकोर्ट ने इसका सुओ-मोटो लेते हुए रोक लगा दी। जिसके बाद नूंह के DC धीरेंद्र खड़गटा ने सारे अधिकारियों से कार्रवाई रुकवा दी। हालांकि तब तक 3 दिनों में नूंह में 753 से ज्यादा घर-दुकान, शोरूम, झुग्गियां और होटल गिराए जा चुके हैं। 37 जगहों पर कार्रवाई करके 57.5 एकड़ जमीन खाली करा दी गई थी। प्रशासन ने इन्हें अवैध बताते हुए कहा कि इनमें रहने वाले 31 जुलाई की हिंसा में शामिल थे।
हिंसा के दिन जिस 3 मंजिला सहारा होटल से पत्थरबाजी की गई थी, प्रशासन ने उसे भी गिरा दिया। प्रशासन का कहना है कि होटल मालिक को सब पता था, लेकिन उसने दंगाइयों को पत्थर इकट्ठा करने से नहीं रोका। गिराए गए निर्माणों में 162 स्थायी और 591 अस्थायी थे। नूंह शहर के अलावा पुन्हाना, नगीना, फिरोजपुर झिरका और पिंगनवा इलाकों में भी अतिक्रमण हटाए गए।