Monday, December 23, 2024
14.1 C
Faridabad
इपेपर

रेडियो

No menu items!
HomeHARYANAनारी शक्ति वंदन अधिनियम तुरंत हो लागू : रोहित जैन

नारी शक्ति वंदन अधिनियम तुरंत हो लागू : रोहित जैन

Google News
Google News

- Advertisement -

देश रोज़ाना: लोकसभा और विधानसभा चुनावों से पहले नारी शक्ति वंदन कानून पास कर दिया गया है। जिसपर विवाद देखने को मिल रहा है। इस मुद्दे पर तमाम लोग अपनी- अपनी प्रतिक्रिया दे रहे है। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व कोषाध्यक्ष रोहित जैन ने कहा कि चुनावों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करवाना पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी का सपना था। धुंए से भरी हुई रसोई से लेकर रोशनी से जगमगाती हुई स्टेडियम तक भारत की स्त्री का सफर बहुत लंबा है। हमारे महान देश की मां है स्त्री, लेकिन स्त्री ने हमें सिर्फ जन्म ही नहीं दिया है, अपने आंसुओं, खून-पसीने से सींच कर हमें अपने बारे में सोचने लायक बुद्धिमान और शक्तिशाली भी बनाया है। इस देश की स्त्री ने अपने फायदे के बारे में कभी नहीं सोचा बल्कि उसने सबकी भलाई के लिए काम किया है और मुश्किल वक्त में हिमालय की तरह अडिग रही।

स्त्री के धैर्य का अंदाजा लगाना नामुमकिन है, वह आराम को नहीं पहचानती और थक जाना भी नहीं जानती। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई और नए भारत के निर्माण हर मोर्चे पर स्त्री पुरुष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ी है। वह उम्मीदों, आकांक्षाओं, तकलीफों और घर-गृहस्थी के बोझ के नीचे नहीं दबी।

सरोजिनी नायडू, सुचेता कृपलानी, अरुणा आसफ अली, विजयलक्ष्मी पंडित, राजकुमारी अमृत कौर और उनके साथ तमाम लाखों-लाखों महिलाओं से लेकर आज की तारीख तक स्त्री ने कठिन समय में, हर बार महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, बाबा साहेब अंबेडकर और मौलाना आजाद के सपनों को जमीन पर उतार कर दिखाया है। इंदिरा गांधी का व्यक्तित्व इस सिलसिले में एक बहुत ही रोशन और जिंदा मिसाल है।

जैन ने कहा कि महिलाओं को राजनीति में लाने की उनकी सोच के कारण ही कांग्रेस ने स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान किया। राजीव गांधी की सोच के चलते पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव की सरकार ने जब स्थानीय निकाय में महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान किया उस समय बने कानून के कारण ही आज देशभर के स्थानीय निकायों में 15 लाख महिलाएं नेतृत्व संभाल रही हैं। जैन ने कहा कि महिलाएं पहले ही राजनीतिक जिम्मेदारी वहन करने का काफी इंतजार कर चुकी है, अब और इंतजार उन्हें नहीं कराना चाहिए। साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में 33 प्रतिशत महिला आरक्षण का प्रावधान होना चाहिए।

- Advertisement -
RELATED ARTICLES
Desh Rojana News

Most Popular

Must Read

Recent Comments