- विचार गोष्ठी में लोगों ने लगाई मनोहर की ईमानदार सोच पर मोहर।
- वतनपरस्त राजा हसन खां मेवाती विचार मंच ने आयोजित की विचार-गोष्ठी
नूंह। मुख्यमंत्री मनोहर लाल वीर भूमि मेवात का बेहद सम्मान करते है। इसलिए वे इस क्षेत्र को अन्य जिलों की भांति विकास की राह पर ले जा रहे हैं। यह बात मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मीडिया समन्वयक मुकेश वशिष्ठ ने कहे। वे रविवार को वतनपरस्त राजा हसन खां मेवाती विचार मंच के तत्वावधान में आयोजित विचार गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मेवों को भ्रमित कर कांग्रेस पार्टी ने वोट-बैंक मानकर वोट खूब ली। लेकिन, सरकारों ने कभी नहीं सोचा कि 55% खारे पानी वाले इस क्षेत्र में लोग कैसे रहेंगे? ना ही वहां के युवाओं को नौकरियां मिली और ना ही किसी तरह के वहां फैक्ट्रियां आई। बीते नौ साल में नूंह जिले में सीनियर सैंकेडरी स्कूलों की संख्या 22 से बढ़ाकर 117 की गई। वर्षों से अटके मेवात कैडर के 100 प्रिसिंपल को पदोन्नत किया। मनोहर सरकार के ईमानदार प्रयास से आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 के अनुसार मेवात की शिक्षा में 48% सुधार हुआ है। सरकारी काॅलेज की संख्या में दोगुनी हुई है।
पहली बार मनोहर सरकार में नगीना सरकारी काॅलेज में स्नातकोत्तर की पढ़ाई शुरू हुई है। खेल के मामले में भी नूंह के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा 16 खेल नर्सरियां चलाई जा रही हैं। गाँव के जलभराव को समस्या को दूर करने और जलस्तर को बढ़ाने के लिए नूंह के 60 तालाबों का सौन्दर्यीकरण किया जा रहा है। रोजगार के मामले में जहां मेव युवाओं को ईमानदारी व पारदर्शिता से नौकरियां मिल रही हैं। वहीं, बड़ी-बड़ी कंपनियों को नूंह क्षेत्र में अपने उद्योग-धंधे लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। म्हारा गाँव-जगमग गाँव योजना के अंतर्गत अब तक 113 गांव में 24 घंटे बिजली आ रही है। मनोहर सरकार नूंह के हर गाँव में 24 घंटे बिजली सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के भागीरथ प्रयास से फिरोजपुर झिरका के 80 गाँव में यमुना कैनाल का पानी पहुंच गया है। जबकि 1000 करोड़ की लागत से सोनीपत से गुरुग्राम और नूंह होते हुए मेवात फीडर कैनाल भी अगले कुछ सालों में मेवात को 500 क्यूसिक पानी से लबालब करेगी।
इस मौके पर मौलाना दाऊद कासमी ने शहीद हसन खां मेवाती की जिंदगी पर रोशनी डालते हुए कहा कि उन्होंने धर्म, जाति-पाति से ऊपर उठकर देश हित में अपना बलिदान दिया था, लेकिन गुलामी को पसंद नहीं किया।
असलम गोरवाल ने कहा कि उन्होंने सरकार से मांग की है कि जिला नूंह में जल्द ही शहीद हसन खां मेवाती की प्रतीमा लगाई जाए।
समाजसेवी हबीब ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल के बारे में कहा कि जिसने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नहीं देखा है तो आज मनोहर लाल को देख लें।
अशरफ मेवाती ने मेवात के गौरवमयी इतिहास पर अपनी नज़्म “है उल्फत इस जमीं से हमने दिल में ये बसाई है, वफादारी वतन से हमने हर लम्हा निभाई है। हमारी क़ौम की सुन दास्ताँ ख़ुद दाद दोगे तुम,फिरंगी फौज मेवों ने ही कांटों पर चलाई है” पेश कर लोगों को ताली बजाने पर मज़बूर कर दिया।
जिला पार्षद एवं सक्रिय समाजसेवी मोहम्मद उमर पाड़ला ने कहा कि हसन खां मेवाती किसी एक गोत्र व जाति का प्रतिनिधित्व नहीं करते थे, बल्कि वे एक राष्ट्रीय गौरव हैं और उन्होंने अपना बलिदान देकर यह साबित किया कि भारतीय मुस्लिम सच्चे देशभक्त हैं।
इस मौके पर पूर्व बीबीपीओ लियाकत अली, घासेडा सरपंच इमरान, मनीष सिंगला, पार्षद उमर पालडा, मास्टर असरफ, सतपाल सैनी, बीरबल भारद्वाज और साजिद भादस सहित अनेक लोग मौजूद थे।