सामूहिक विवाह सम्मेलन में एक दूजे के हुए 13 जोड़े
मैथिल ब्राह्मण समाज ने किया सामूहिक विवाह एवम प्रतिभाओं का सम्मान
सीकरी/पलवल । मैथिल ब्राह्मण सेवा समिति फरीदाबाद के तत्वाधान में मैथिल ब्राह्मण समाज के सहयोग से देवोत्थान एकादशी पर आयोजित विवाह सम्मेलन में मैथिल ब्राह्मण समाज के 13 जोड़ों का सामूहिक पाणिग्रहण संस्कार वैदिक रीति रिवाज एवम प्रतिभा सम्मान समारोह धूमधाम के साथ सीकरी स्थित ऊषा गार्डन में संपन्न हुआ।
सर्वप्रथम कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान परशुराम महाकवि विद्यापति एवं मा सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन अखिल भारतीय मैथिल ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष पंडित रामदेव भारद्वाज , ब्रह्म कीर्ति रक्षक दल के अध्यक्ष पंडित जुगेंद्र भारद्वाज, संस्था के अध्यक्ष जगदीश प्रभाकर, मंदिर समिति अध्यक्ष रमनलाल उपमन्यु, सोहनलाल मिश्र द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। हाईवे पर घोड़ों पर सवार होकर बैंड बाजा के साथ मे बारात निकाली गई। तत्पश्चात मैथिल ब्राह्मण समाज के 13 चयनित वर वधूओं का जयमाला कार्यक्रम आयोजित किया गया। समारोह की अगली श्रंखला में मैथिल ब्राह्मण समाज के प्रतिभावान छात्र छात्राओं का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस में दसवीं बारहवीं एवं उच्च शिक्षा क्षेत्र में अधिकतम अंक लाने वाले समाज के एक दर्जन बालक बालिकाओं को स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र एवम नगद पुरस्कार प्रदान किया गया। विवाह मंडप के पंडाल में वेद की ऋचाओं के मध्य वर वधुओं का पाणिग्रहण संस्कार कराया गया। मुख्य अतिथि विधायक मूलचंद शर्मा के प्रतिनिधि टिपरचंद शर्मा ने बताया कि सामूहिक विवाह सिर्फ एक विवाह का आयोजन भर नहीं है, अपितु इसके प्रभाव और समाज हित में लाभ बड़े दूरगामी हैं। किसी कमजोर, जरूरतमंद या असहाय परिवार की कन्या का विवाह कराने से बढ़कर कोई पुण्य नहीं है। अखिल भारतीय मैथिल ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित रामदेव भारद्वाज ने बताया कि भौतिकवादी इस युग में सामाजिक विवाह सम्मेलन अनूठा उदाहरण है। व्यक्ति के जीवन में संस्कारों का विशेष महत्व है। विवाह संसार भी हमारे जीवन का अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा है। पाणिग्रहण संस्कार इसका प्रमुख अंग है। सामूहिक विवाह सम्मेलन दहेज जैसी कुप्रथा के खिलाफ अनूठा उदाहरण है। ब्रह्म कीर्ति रक्षक दल के जुगेंद्र भारद्वाज ने मैथिल ब्राह्मण समाज को संस्कार बचाओ संस्कृति अपनाओ अभियान के तहत अपने ब्रह्मत्व का पालन करने का आह्वान किया। दिल्ली प्रदेश के पंडित चंद्रपाल भारद्वाज एवं राष्ट्रीय महामंत्री सत्यपाल पाराशर ने बताया कि सामूहिक विवाह का बढ़ता प्रचलन समाज के भले के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इससे समय की बर्बादी, दान-दहेज और फिजूलखर्ची जैसी कुरीतियों से भी समाज को मुक्ति मिल सकती है। भगवान परशुराम मैथिल ब्राह्मण समाज के पूज्यनीय है। सभी आगंतुक महानुभावों को मैथिल ब्राह्मण सेवा समिति फरीदाबाद द्वारा स्मृति चिन्ह एवं शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। संचालन संस्था के महासचिव पंडित श्रीराम शर्मा ने किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेश चंद शर्मा, कोषाध्यक्ष नरेश कुमार शर्मा, जगन्नाथ शर्मा, वीरपाल मिश्रा ,भारत शर्मा, समिति के ओमप्रकाश भारद्वाज, राकेश शर्मा, दलवीर भारद्वाज, हरपाल वशिष्ठ, सुरेंद्र शर्मा, ओमप्रकाश मैथिल, मलूकचंद भारद्वाज, जसराम मैथिल, मोहन मैथिल, वीरपाल, श्रीचंद मैथिल, सुखराम मैथिल, वीरेंद्र वशिष्ठ आदि उपस्थित रहे।