-पोषण भी-पढ़ाई भी के जरिए प्रत्येक बच्चे को प्रतिदिन दो घंटे प्रदान की जाएगी उच्च गुणवत्ता वाली पूर्व विद्यालय शिक्षा
-विभाग की ओर से सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पोषण भी-पढ़ाई भी का दिया जा रहा है प्रशिक्षण
पलवल, 28 जनवरी। उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठï ने बताया कि सक्षम आंगनवाड़ी एवं पोषण 2.0 के तहत पोषण भी-पढ़ाई भी योजना की शुरुआत की गई है, जो देश भर की आंगनवाडिय़ों में प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा (ईसीसीई) पर केंद्रित होगी। उन्होंने बताया कि ईसीसीई मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 (मिशन पोषण 2.0) का एक महत्वपूर्ण घटक है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत इसकी परिकल्पना की गई है। इसी के अनुरूप महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से जिला की समस्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पोषण भी-पढाई भी के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी नुपुर ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य आंगनवाड़ी केंद्रों को न केवल पोषण केंद्रों में परिवर्तित करना है, बल्कि शिक्षा प्रदान करने वाले केंद्रों में भी बदलना है। ईसीसीई (पूर्व विद्यालयी शिक्षा) कार्यक्रम नई शिक्षा नीति के सिद्धांतों के अनुरूप मातृभाषा में शिक्षा को प्राथमिकता देगा। पोषण भी-पढ़ाई भी ईसीसीई नीति द्वारा शुरू किए गए परिवर्तनों के माध्यम से प्रत्येक बच्चे को प्रतिदिन कम से कम दो घंटे उच्च गुणवत्ता वाली पूर्व-विद्यालय शिक्षा प्रदान की जाएगी। यह प्रशिक्षण 29 जनवरी 2025 तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें 100-100 आंगनवाडी वर्कर के ग्रुप में 300 आंगनवाड़ी वर्कर को राज्य स्तर पर प्रशिक्षित सुपरवाइजर नामत: गमन, पूनम, सरोज व सुषमा द्वारा रोकेट लर्निंग संस्था के जिला समन्वयक रवि के सहयोग से 3-3 दिन की प्रथम चरण की ट्रेनिंग दी जाएगी। प्रथम ग्रुप में ब्लाक पलवल-2 की 100 आंगनवाड़ी वर्कर तथा पलवल-1 की 100 आंगनवाड़ी वर्कर का पोषण भी पढाई भी का प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
देश की आंगनवाडिय़ों में प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल व शिक्षा पर केंद्रित होगी पोषण भी-पढ़ाई भी योजना : उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ
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