रेवाड़ी। कांग्रेस ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन एंव पूर्व वित्त मंत्री कप्तान अजयसिंह यादव ने बिहार में जाति आधारित गणना की वैद्यता को चुनौती देने वाली सभी छह याचिकाओं को खारिज कर गणना को हरी झंडी देने के पटना हाईकोर्ट के फैंसले का स्वागत करते हुए कहा कि गणना होने से वंचितों की सही संख्या का पता चलेगा और उससे सही रूप में आरक्षण लागू होगा। उन्होंने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपने-अपने प्रदेशों में जातीय जनगणना कराने की अपील की है। उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के को भी पत्र लिखकर कांग्रेस शासित प्रदेशों में जातीय जनगणना कराने का आग्रह किया है।
कप्तान अजयसिंह यादव ने जारी एक बयान में कहा कि जिस प्रकार से पटना हाईकोर्ट ने जातीय जनगणना कराने को हरी झंडी दी है, उससे अब पूरे देश में इसे लागू करते हुए जातीय जनगणना करानी चाहिए। जातीय जनगणना से जाति की पहचान करना संभव हो जाता है तथा उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ पाने में भी आसानी हो जाती है, इसलिए सभी राज्यों में जातीय जनगणना होनी चाहिए। पूर्व मंत्री ने ज्यादातर लोग जातीय जनगणना के पक्ष में है।
सामाजिक न्याय का रास्ता जातीय गणना के बिना नहीं निकल सकता। गणना होने से लोकतंत्र भी मजबूत होगा, क्योंकि ऐसा होने से यह पता लग जाएगा कि कौन कितना पीछे है और उसे कितनी मदद की जरूरत है। ऐसा होने से अति पिछड़े के साथ-साथ सभी वर्गों के गरीबों को सर्वाधिक लाभ होगा। जातीन गणना आर्थिक न्याय की दिशा में भी एक क्रांतिकारी कदम होगा। कप्तान ने केंद्र सरकार से मांग की है कि देश में जातीय जनगणना कराना जरूरी कराएं। उन्होंने यह भी कहा कि आखिर प्रधानमंत्री जातीण गणना कराने से क्यों डरते है , जबकि वह स्वंय अपने आप को पिछड़ा वर्ग का बताते है ।