देश रोज़ाना: हरियाणा में इन दिनों राजनीति गुटबाजी देखने को मिल रही है। इस गुटबाजी पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता बीरेंद्र सिंह ने हरियाणा कांग्रेस की गुटबाजी, NDA गठबंधन और मौजूदा राजनीतिक हालातों पर बड़ी बेबाकी से अपनी राय जाहिर की है। बीरेंद्र ने कहा कि हरियाणा में पहले लोकसभा चुनाव होंगे, उसके परिणाम विधानसभा चुनाव पर बहुत फर्क पड़ेगा। वोटर लोकसभा परिणाम से प्रभावित होगा।
बीरेंद्र ने कहा कि NDA में 38 दल हैं, परंतु मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई पार्टी ऐसी है, जो लोकसभा चुनाव में भाजपा को कोई लाभ दे सके। हरियाणा में 10 सीटें भाजपा ने जीती थीं। एक सीट रोहतक को छोड़कर बाकी सीटों पर जीत का मार्जन बहुत ज्यादा था। फरीदाबाद और करनाल की सीटों पर सबसे बड़ी जीत थी।
भाजपा प्रभारी बिप्लब देव के 10 सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों को उतारने के सवाल पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वे किसी की जरूरत नहीं समझते होंगे। जब आपके पास 10 सीटें है तो आप क्यों बांटेंगे। पंजाब में अकाली और भाजपा गठबंधन की चर्चा होती है।
13 में से एक दल 8 और दूसरा दल 5 सीटें ले सकता है, लेकिन हरियाणा के संदर्भ में मेरा राजनीतिक अनुभव यहीं कहता है कि पार्टी 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और कोई जरूरत नहीं है कि आप अपनी 10 सीटों का दान करो।
बीरेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस की गुटबाजी भाजपा के लिए लाभदायक है। भाजपा का जनाधार 10 साल में विकसित हुआ है। कार्यकर्ता का स्थान बहुत हद तक बढ़ा है। कांग्रेस का हरियाणा में ज्यादा समय तक राज रहा है। वह संगठित होने का प्रयास कर रही है।
जिस दिन हिसार में रैली हो रही है, उसी दिन भिवानी में भी प्रदर्शन हो रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस बंटी हुई है। कांग्रेस में एकजुट होने का कोई प्रयास नहीं किए जा रहे। भाजपा को इससे बड़ा लाभ होगा।