Friday, November 22, 2024
14.1 C
Faridabad
इपेपर

रेडियो

No menu items!
HomeHARYANAगुरुकुल में मनाया द्वादश कक्षा के छात्रों का समावर्तन संस्कार समारोह

गुरुकुल में मनाया द्वादश कक्षा के छात्रों का समावर्तन संस्कार समारोह

Google News
Google News

- Advertisement -

कुरुक्षेत्र। गुरुकुल में 12वीं कक्षा के छात्रों का दीक्षान्त समारोह मनाया गया जिसमें गुरुकुल के संरक्षक एवं गुजरात के महामहिम राज्यपाल आचार्य देवव्रत जी मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। समारोह में गुरुकुल के प्रधान राजकुमार गर्ग, निदेशक ब्रिगेडियर डाॅ. प्रवीण कुमार, प्राचार्य सूबे प्रताप सहित अध्यापक एवं संरक्षक उपस्थित रहे। मंच का सफल संचालन मुख्य संरक्षक संजीव आर्य द्वारा किया गया तथा 12वीं के छात्रों द्वारा आचार्य का अभिनन्दन भी किया गया।
छात्रों को सम्बोधित करते हुए आचार्य देवव्रत जी ने कहा कि दुनिया में सफलता की एकमात्र कुंजी कठोर परिश्रम है क्योंकि मेहनत के बिना कोई आदमी बड़ा नहीं बन सकता, इसलिए जीवन में परिश्रमी बने रहना, तभी आप विशेष बनोगे।

गुरुकुल

कई बुराइयों से तुम्हारा सामना

गुरुकुलीय परिवेश और बाहरी दुनिया के बारे में छात्रों को जागरूक करते हुए उन्होंने कहा कि गुरुकुल का वातावरण अन्य कहीं नहीं मिलेगा, यह तो स्वर्ग के समान है जबकि यहां से निकलकर जब तुम बाहरी दुनिया के दूषित वातावरण में जाओगे तो वहां पर नशाखोरी जैसी कई बुराइयों से तुम्हारा सामना होगा, जिनसे तुम्हें केवल गुरुकुल में मिले संस्कार और यहां की दिनचर्या बचा सकती है। उन्होंने कहा कि गुरुकुल में आपको अक्षरज्ञान के साथ-साथ संस्कार और अच्छे विचारों की जो शिक्षा दी गई है, उसे हमेशा याद रखना क्योंकि बड़े से बड़े स्कूल, काॅलेजों में भी आपको ऐसी शिक्षा नहीं मिलेगी। यदि आपने अपने विचार पवित्र रखे तो ऐसी बुराइयाँ आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकती और जीवन में नई ऊंचाइयों को छुएंगे। उत्तम विचार, कड़ी मेहनत और चिन्तन से ही आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।

यह भी पढ़े: विधायिका एवं न्यायपालिका में अधिकारों को लेकर पिछडा़ वर्ग ने उठाई आवाज

नरेन्द्र मोदी तथा पूर्व राष्ट्रपति डाॅ.


नरेन्द्र मोदी तथा पूर्व राष्ट्रपति डाॅ.

उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जीवन में कड़ा परिश्रम, गुरुओं की आज्ञापालन तथा माता-पिता और बड़ों का सम्मान करना, सफलता का मूल-मंत्र उन्होंने कहा कि गुरुकुल में ब्रह्मचारी, माँ के गर्भ की भांति सुरक्षित रहता है, उसे बाहरी दुनिया के वातावरण का बिल्कुल भी आभास नहीं होता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा पूर्व राष्ट्रपति डाॅ. कलाम का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अभावों की भट्टी में तपकर इन महापुरुषों ने अपने आपको कुंदन बनाया और आज सारा विश्व इनकी प्रतिभा का लोहा मानता है। उन्होंने कहा कि जीवन में हमेशा आशावादी बने रहो और कठोर परिश्रम करो, आपको सफलता अवश्य मिलेगी।

बच्चों

बच्चों के उज्ज्वल भविष्य निर्माण

अन्त में उन्होंने सभी छात्रों को उज्ज्वल भविष्य का आशीर्वाद दिया। समारोह के शुरुआत में निदेशक ब्रिगेडियर डाॅ. प्रवीण कुमार ने गुरुकुल के संक्षिप्त परिचय के साथ छात्रों की उपलब्धियों का विवरण दिया। उन्होंने कहा कि आचार्य के मार्गदर्शन में गुरुकुल परिवार का एक-एक सदस्य बच्चों के उज्ज्वल भविष्य निर्माण हेतु प्रयत्नशील है। गुरुकुल में छात्रों के उत्कृष्ट परीक्षा-परिणाम इसके जीवन्त उदाहरण है, सफलता का यह सिलसिला यूंही जारी रहेगा। मुख्य संरक्षक संजीव आर्य ने ‘हरयाणा में नंबर वन हम, देश में नाम हमारा…’ गीत सुनाकर गुरुकुल को फर्श से अर्श तक ले जाने के आचार्यश्री की दिव्य दृष्टि और गहरे चिन्तन को परिभाषित किया।

खबरों के लिए जुड़े रहे: https://deshrojana.com/

- Advertisement -
RELATED ARTICLES
Desh Rojana News

Most Popular

Must Read

UP News: सहारनपुर में शताब्दी एक्सप्रेस पर पथराव

21 नवंबर को सहारनपुर जिले में नई दिल्ली से देहरादून जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस पर अज्ञात हमलावरों ने पथराव किया। इस घटना में ट्रेन...

PM Modi: भारत कभी ‘विस्तारवादी मानसिकता’ के साथ आगे नहीं बढ़ा: मोदी

PM Modi Asserts India Has Never Followed Expansionist Mentality: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 नवंबर को गुयाना की संसद के विशेष सत्र को संबोधित...

Recent Comments