जिला मलेरिया विभाग की तरफ से स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी एंटी मलेरिया माह शुरू किया गया है। जिसके तहत बुखार के मरीजों की स्लार्इंडें बनानी शुरू कर दी गई। पहले दिन विभाग की तरफ से एक जागरूकता रैली भी शुक्रवार को जिला हेडक्वार्टर से निकाली गई। जिसमें मलेरिया के प्रति लोगों को पैम्पलेट देकर जागरूक किया गया। क्योंकि मलेरिया से बचाव के लिए लोगों को स्वयं ही जागरूक होना होगा।
जानकारी के मुताबिक मलेरिया विभाग के बायोलॉजिस्ट पी के अरोडा ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की तरह जून में एंटी मलेरिया मंथ मनाया जा रहा है। जिसके तहत जागरूकता रैली निकाली गई, जिसे जिला मलेरिया अधिकारी डॉ राम भगत ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जहां उन्होंने मलेरिया से बचाव के लिए जागरूक करने की सलाह दी। जिस पर कर्मचारियों ने लोगों को जागरूक किया।
बनाई स्लाईडे:
पी के अरोड़ा ने बताया कि जिले में अभी तक एक भी मलेरिया का मामला सामने नहीं आया है। पिछले कुछ दिनो से हो रही बरसात के कारण जगह-जगह पानी भर गया है। इससे बीमारियों के बढ़ने का खतरा है। जिसे देखते हुए डोर टू डोर अभियान चलाकर बुखार के मरीजों की स्लाईडे बनाई जा रही है। इसी कड़ी में बृहस्पतिवार को भी स्लाईडे बनाई गई। अरोड़ा ने बताया कि जिले में अब तक 63 हजार 343 स्लाईडे बनाई गई है। वहीं वर्ष 2022 में जिले में दो लाख 61 हजार 394 स्लाईडें बनाई थी, वर्ष 2021 में 71509 और वर्ष 2020 में 54912 स्लाईडे बनाई गई थी। बायोलॉजिस्ट पी के अरोड़ा ने बताया कि जिले में 39 एमपीएचडब्ल्य मेल, एएनएम 268, फिल्ड वर्कर 23 इस कार्य को कर रहे है। वहीं उन्होंने कहा कि जिले में फिलहाल मलेरिया का एक भी मरीज नहीं है, जिले में वर्ष 2022 में तीन, 2021 में 9 और 2020 में 9 मरीज थे।