देश रोज़ाना: देशभर में अपनी एक अलग पहचान और रवाब रखने वाली हरियाणा पुलिस का जलवा अब ओर बढ़ने वाला है। क्योंकि हरियाणा पुलिस का टाइगर अब बदल चुका है। अपने तेजतर्रार और सख्त अंदाज के लिए प्रसिद्ध वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी शत्रुजीत कपूर को प्रदेश पुलिस की कमान सौंपी गई है। पुलिस महानिदेशक के तौर पर हुई इस नियुक्ति से यह तय है कि अब प्रदेश में होने वाले दंगे और अपराधों पर अंकुश लगना तय है। पूरी तरह से ईमानदार और भ्रष्टाचार के सख्त खिलाफ कपूर की इस तैनाती से हरियाणा पुलिस की छवि में भी सुधार आना तय है।
प्रदेश के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी शत्रुजीत कपूर पुलिस विभाग के अलावा कई विभागों में सकारात्मक सुधार करने वाले अधिकारी हैं। लगातार घाटे का सौदा बना प्रदेश का बिजली विभाग आज प्रदेश सरकार के खजाने को लगातार भरने का काम कर रहा है, जिसका श्रेय मौजूदा पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर को जाता है। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा सौंपी गई हर चुनौती को बेहद बखूबी और खूबसूरती से निभाने वाले अधिकारी शत्रुजीत कपूर हरियाणा बिजली वितरण निगम में मुख्य प्रबंधक निदेशक समेत कई पदों पर सेवाएं दे चुके हैं। लगातार घाटे में जा रहे बिजली विभाग में 2018 ”बिजली बिल निपटान योजना” भी शत्रुंजीत कपूर की ही देन मानी जा सकती है। जिससे हजारों करोड़ का बकाया बिजली विभाग में जमा हुआ और पुराने बंद पड़े लाखों कनेक्शन शुरू होने से बिजली बिल की आमदनी में भी लगातार बढ़ोतरी हुई। कपूर द्वारा शुरू की गई यह योजना सरकार और जनता दोनों के लिए ही बेहद लाभकारी साबित हुई थी।
प्रदेश सरकार द्वारा वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी शत्रुजीत कपूर को ट्रांसपोर्ट विभाग में भी कहीं अहम जिम्मेदारियां सौंप गई थी। जिसमें लगातार सुधार कार्य किए गए और जनता को अधिक से अधिक सुविधाएं देने की तरफ विशेष ध्यान दिया गया। विभाग में शुद्धीकरण का कार्य लंबे समय तक चला, जिससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा और आज ट्रांसपोर्ट विभाग जनता के लिए बेहद सुविधा का सौदा बना हुआ है और विभाग को भी इससे काफी लाभ हो रहा है यानि शत्रुजीत कपूर एक ऐसे अधिकारी हैं जिसे जहां भी सरकार ने खड़ा किया हर बॉल पर चौके और छक्के इस अधिकारी ने मारने का काम किया है।
पूर्व में विजिलेंस विभाग जो मौजूदा एंटी करप्शन ब्यूरो विभाग है के डीजी पद पर कार्यरत रहने दौरान शत्रुजीत कपूर बड़े पदों पर आसीन भ्रष्टाचारियों पर हाथ डालने से भी नहीं हिचकिचाए। इस दौरान उन्होंने कई आईएएस और न्यायिक अधिकारियों पर भी बड़ी कार्रवाई की है। एंटी करप्शन ब्यूरो का नामकरण भी वरिष्ठ आईपीएस शत्रुजीत कपूर की देखरेख के दौरान ही हुआ।
पंजाब के फगवाड़ा में 21 अक्टूबर 1966 को जन्मे आईपीएस शत्रुजीत कपूर बीटेक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) डिग्री धारक है। बाद में पुलिस सेवा की ओर ध्यान आकर्षित होने पर इन्होंने इस सपने को साकार करने हेतु अपनी शिक्षा का रुख बदला और 16 सितंबर 1991 को इनका चयन आईपीएस भारतीय पुलिस सेवा) में हो गया। 1992 में बतौर सहायक पुलिस अधीक्षक (प्रशिक्षण अधीन) गुड़गांव में नियुक्ति पाने के बाद हिसार में सहायक पुलिस अधीक्षक रहे। इसके बाद सिरसा, हिसार और कुरुक्षेत्र में एएसपी की जिम्मेदारी निभाई। शत्रुजीत कपूर को पहली बार पुलिस अधीक्षक के तौर पर 1999 में जिला भिवानी के जिम्मेदारी सौंपी गई। इसके बाद वह करनाल में पुलिस अधीक्ष