Tuesday, December 24, 2024
12.1 C
Faridabad
इपेपर

रेडियो

No menu items!
HomeHARYANAबांग्लादेश और केरल से स्पाइन सर्जन पहुंचे हिसार में

बांग्लादेश और केरल से स्पाइन सर्जन पहुंचे हिसार में

Google News
Google News

- Advertisement -

हिसार। रीढ़ की हड्डी जीवन का मूल आधार है। आधुनिक शैली में जब डिजिटलाइजेशन वर्क बढ़ा है तब से मनुष्य विभिन्न जटिल बीमारियाएँ जैसे रीढ़ की हड्डी, कंधे, घुटने दर्द, कूल्हे, पैरों में झुनझुनाहट, सूनापन, नसों का दर्द व गर्दन में सर्वाइकल की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है और आम जन इन बीमारियों से बिना सर्जरी के छुटकारा पाना चाहता है। लोगों के दिमाग में यह धारणा होती है कि इन बीमारियों की सर्जरी कामयाब नहीं है। हिसार के डाबड़ा चौक सिटी मार्केट स्थित गंगा अस्पताल फॉर स्पेशल सर्जरी के स्पेशलिस्ट सर्जन डॉ. तरुण छाबड़ा ने कहा कि आज की भागदौड़ के जीवन में इंसान अपने शरीर पर ध्यान नहीं दे रहा है, ऐसे में इंसान कई लोगों से ग्रस्त हो जाता है।

दिल्ली के लोगों के सफल आपरेशन किए

डॉ. तरुण ने कहा कि आज के दिन बिना चीरफाड़ के, बिना टांके, और बिना बेहोशी एंडोस्कोपिक तकनीक से रीढ़ की हड्डी का आपरेशन आसान हो गया है। डॉ. तरुण छाबड़ा ने बताया कि वे एंडोस्कोपिक सिस्टम द्वारा सैकड़ों आपरेशन कर चुके हैं और लोग आपरेशन करवा कर अपना सामान्य जीवन जी रहे हैं। इस आधुनिक तकनीक से मरीज चंद घंटों में दर्द से निजात पा लेता है। यह सेंटर गठिया, पोलियो, कार्डियल पल्स, लकवे के बाद की विकलांगता का इलाज करने में सर्वोत्तम बन गया है। डॉ. तरुण छाबड़ा ने इस नई तकनीक से न केवल हरियाणा, बल्कि मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, और दिल्ली के लोगों के सफल आपरेशन किए जा चुके हैं।

यह भी पढ़ें : गरीब कल्याण व देश के विकास की कोई योजना नहीं

देशों के संबंधों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

इस तकनीक से प्रभावित होकर बांग्लादेश के स्पाइन सोसाइटी के प्रेसिडेंट डॉ. शाह आलम ने डॉ. तरुण को अनुरोध किया कि वे उनके कुछ डॉक्टरों को भी एंडोस्कोपिक स्पाइन का प्रशिक्षण दें ताकि बांग्लादेश के मरीजों का भी उपचार किया जा सके। इस कड़ी में बांग्लादेश के तीन स्पाइन सर्जन डॉ. मोहम्मद सरवार जहान, डॉ. मोहम्मद महाबूबूर रहमान खान, डॉ. मोहम्मद महामुदिल हसन, गंगा अस्पताल फॉर स्पेशल सर्जरी हिसार में एंडोस्कोपिक सर्जरी के प्रशिक्षण के लिए पहुंचे हुए हैं। उनके साथ-साथ, केरल के डॉ. समीर भी इस प्रशिक्षण को प्राप्त करने के लिए पहुंचे हैं। डॉ. तरुण छाबड़ा ने इन डॉक्टरों को उचित प्रशिक्षण दिया है जिससे वे लाभान्वित हुए हैं। इस प्रकार, दोनों देशों के डॉक्टरों के बीच चिकित्सा शिक्षा का आदान-प्रदान दोनों देशों के नागरिकों के लिए फायदेमंद होगा और दोनों देशों के संबंधों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

अधिक जानकारी के लिए जुड़े रहें : https://deshrojana.com

- Advertisement -
RELATED ARTICLES
Desh Rojana News

Most Popular

Must Read

Recent Comments