देश रोज़ाना: हरियाणा में आज से सफाई नहीं होगी। यह पढ़कर आप भी हैरान हो गए होंगे। वजह है कर्मचारियों का धरना। आज से हरियाणा के 11 हज़ार कर्मचारी धरने पर जा रहे है। सभी कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे है। ऐसे में यह कयास लगाई जा रही है कि यदि सभी सफाई कर्मचारी अचानक ऐसे धरने पर चले जाएंगे तो जगह- जगह कूड़े के ढेर लग जाएंगे। ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के राज्य प्रधान देवीराम और महासचिव विनोद कुमार का कहना है कई बार मांगों को लेकर बैठक हो चुकी है लेकिन कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला है।
यह है सफाई कर्मचारियों की मांगे
26 हजार रुपये मासिक वेतन मिले, दो हजार की बजाय 400 की आबादी पर एक सफाई कर्मचारी हो, वेतन को महंगाई के साथ जोड़ा जाए, पॉलिसी बनाकर पक्का किया जाए, सभी ग्रामीण सफाई कर्मियों को बीडीपीओ के पे-रोल पर लिया जाए, औजारों का 500 रुपये मासिक भत्ता तय किया जाए, 500 रुपये मासिक वर्दी धुलाई भत्ता मिले। 4 अप्रैल 2021 के बाद जिन कर्मियों की मृत्यु हो चुकी, उन सभी के परिवारों को मुआवजा दिया जाए, दीपावली पर बोनस दिया जाए और कर्मचारियों के बच्चों की पढ़ाई के लिए शिक्षा भत्ता मिले, 100 गज के प्लाट और मकान बनाने के लिए अनुदान दिया जाए, बेगार से बचाने के लिए सफाई कर्मियों में से पढ़े लिखे लोगों को सुपरवाइजर लगाया जाए।
सफाई कर्मचारियों का कहना है कि विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली से 4 बार मांगों को लेकर मुलाकात हो चुकी है। लेकिन कोई भी निष्कर्ष नहीं निकला। सभी कर्मचारी धरना करने पर मजबूर है। पिछली 17 अप्रैल से फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय में मंजूरी के लिए पड़ी है। इससे साफ है कि प्रदेश सरकार ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांगों का समाधान नहीं करना चाहती। इसी वजह से हमें 10 अक्टूबर से तीन दिन की हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।