लंबित पड़ी मांगो को पूरा कराने के लिए बुधवार को हथीन क्षेत्र के स्कूल अध्यापकों ने मुख्यमन्त्री के नाम एक ज्ञापन खण्ड शिक्षा अधिकारी सगीर अहमद को सौंपा। इससे पूर्व अध्यापकों ने प्रदर्शन कर सरकार की उदासीनता के खिलाफ प्रदर्शन भी किया। अध्यापक संघ के खंड प्रधान रविन्द्र दीक्षित ने बताया कि हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के आह्वान पर 23 अप्रैल2023 से जनशिक्षा,छात्रों और अध्यापकों की मांगों को लेकर यमुनानगर में प्रदेश के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों का अनिश्चितकालीन क्रमिक अनशन जारी है।शिक्षा मंत्री एवं आला अधिकारी संवेदनहीन एवं मूकदर्शक बने हुए हैं। जिससे प्रदेश के अध्यापकों में भारी रोष है। बुधवार को सरकार की उदासीनता के विरोध में हथीन खंड के अध्यापकों ने खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के समक्ष बाद दोपहर खंड प्रधान रविंद्र दीक्षित की अध्यक्षता में रोष प्रदर्शन किया और अपनी मांगों का ज्ञापन खंड शिक्षा अधिकारी सगीर अहमद को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
धरने का संचालन खंड प्रतिनिधि सुनील कुमार ने किया। खंड प्रधान ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए बताया की प्रदेश सरकार स्कूल मर्जर के नाम पर विद्यालयों को बंद करने पर तुली हुई है।जबकि प्रदेश के गांव व शहरों की आबादी बहुत बढ़ गई है ।इसलिए नए विद्यालय खोले जाएं। प्रदेश में शिक्षकों का भारी अभाव है। इस खंड से सैंकड़ों अध्यापकों को शिक्षकों की पूर्ति के लिए नूँह जिला में भेज दिया गया है। जिससे इस खंड में शिक्षा बुरी तरह से प्रभावित हुई है। प्रदेश में शिक्षकों के लगभग 50 हजार पद खाली पड़े हैं।
उन पर नियमित भर्ती की जाए।शिक्षा एक सतत प्रक्रिया है इसे ठेके पर नहीं दिया जा सकता। प्रदेश सरकार अपने वायदे के मुताबिक अतिथि अध्यापकों को नियमित करें और कौशल रोजगार निगम के तहत लगे शिक्षकों को भी नियमित किया जाए। सभी सभी पदों का वेतन बजट चिकित्सा प्रतिपूर्ति बजट, एलटीसी का बजट दिया जाए उन्होंने मांग की के वित्त विभाग ने एलटी सी के बिल रोके हुए हैं, उन्हें शीघ्र पास किया जाए सभी वर्गों का समय पर स्थानांतरण ड्राइव चलाया जाए। 2017 के बैच के जेबीटी अध्यापकों को स्थाई जिला आवंटित करते हुए सामान्य व अंतर जिला स्थानांतरण किए जाएं ।इस अवसर पर अश्वनी कुमार, नवीन कुमार, कमलेश कुमारी, सोनिया, वंदना, जगत राज, जगत सिंह, सोमबीर, दीपक आदि शिक्षक नेता उपस्थित रहे।