शहर के बादशाह खान सिविल अस्पताल में आवारा पशुओं के काटने बाद लगाए जाने वाले इंजेक्शन गत 27 फरवरी 2023 से समाप्त है। ऐसे में जहां आवारा पशुओं से काटने संबंधित मरीजों की संख्या बढ़ रही है, वहीं दूसरी तरफ शहर की तमाम सड़कों और गलियों के साथ साथ अब बीके सिविल अस्पताल में आवारा डॉगी घूमते नजर आ रहे हैं। ऐसे में जब पीमएओ को पता चला तो उन्होंने कर्मचारियों को निर्देश दिए कि कोई भी आवारा पशुअस्पताल परिसर में दिखाई नहीं देना चाहिए। वहीं उन्होंने दौरा कर अस्पताल की व्यवस्था में सुधार करने के निर्देश भी जारी किए। दौरे के दौरान उनके संग डॉ शीला भगत, डॉ हेमंत अग्रवाल के अलावा स्टाफ नर्स व स्वास्थ्य कर्मी मुख्य रूप से मौजूद रहे।
इंजेक्शन किल्लत के बीच आवारा कुत्ते:
बीके सिविल अस्पताल परिसर में तो कहीं भी आवारा कुत्तों को विचारते हुए आम देखा जा सकता है। अब अपातकालीन कक्ष तक आवारा कुत्ते घूमते नजर आ रहे हैं। ऐसे में यह आवारा कुत्ते किसी मरीज या उनके परिजन को काट ले तो रेबिज के इंजेक्शन भी अस्पताल में नहीं है। ऐसे में अस्पताल द्वारा मरीज को रेफर कर अपना पल्ला झाड़ लिया जाएगा। क्योंकि आवारा कुत्तों का शिकार हुए दर्जनों लोग रोज अस्पताल आ रहे हैं। अस्पताल के डॉक्टरों के पास उन्हें रेफर करने के अलावा कोई चारा नहीं होता।
पीएमओ के निदेर्श:
मंगलवार को अस्पताल में सुविधाओं की जांच करते हुए दौरा कर रही पीएमओ डॉ सविता यादव को जब आवारा डॉग्स के बारे में पता चला तो उन्होंने सुरक्षा कर्मियों को अस्पताल में डॉग्स को रोकने के सख्त निर्देश जारी किए।
पुराने बैनर हटवाए गए:
पीएमओ ने दौरे के दौरान अस्पताल में लगे पुराने पोस्टर, बैनर और पैम्पलेट हटाने के सख्तीसे निर्देश दिए। वहीं दूसरी तरफ कुछ समय बादही पुराने पोस्टर और बैनर उतार दिए गए। इसके अलावा उन्होंने स्टेचर अपातकालीन कक्ष के बाहर रखने के निर्देश भी दिए है।
–कविता