डीसीपी बल्लभगढ़ राजेश दुग्गल के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए सेक्टर 8 थाना प्रभारी नवीन कुमार और चौकी सेक्टर सात प्रभारी की टीम ने हनी ट्रैप के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में ईशा और उसका पतिरक्षित शामिल है। दोनों आरोपी उत्तर प्रदेश , नोएडा के रहने वाले हैं। दोनों आरोपियों को आज एक शिकायत की कंपनी से काबू किया गया है। शिकायतकर्ता ने बताया था कि कोरोना महामारी में लॉक डाउन के दौरान फेसबुक के माध्यम से उसकी दोस्ती ईशा से हो गयी। आपसी चैट से स्पष्ट हुआ कि ईशा मेरे साथ स्कूल में पढ़ती थी। मुझे पता चला कि ईशा भी शादीशुदा है। ईशा के द्वारा मुझे तीन साल पहले मिलने का Offer दिया था।
उस समय वह एफिनिटि सेलून, नोएडा में काम करती थी। जहं दोनों में रजामंदी से शारीरिक सम्बन्ध बन गये। उसके पश्चात ईशा ने एक दिन कहा कि में अपना निजी काम करना चाहती हूं और 20 लाख रुपये ले लिये। 20 लाख रुपये अलग – अलग समय में नगद दिये थे। जब अपने रुपये वापस मांगे तो ईशा व रक्षित ने कहा कि बिजनेस में घाटा चल रहा है। उल्टा तुम मुझे 20 लाख रुपये और दे दो। पैसे देने से मना किया तो रक्षित ने कहा कि मेरी पत्नी के साथ गलत काम किया है। तुम्हारे खिलाफ बलात्कार का मुकदमा दर्ज करवायेंगे। तुम्हारे घर भी तुम्हा्री पत्नी को सारी बातें बतायेंगे। शिकायत कर्ता ने चोरी छुपे 20 लाख रुपये नगद दे दिये। उसके पश्चात इसी प्रकार की धमकियां देकर 1.5 से 2 करोड़ रुपये हड़प लिये हैं। रुपयों की डिमांड हमेशा मुझे व्हाटसअप ऐप के जरिये मिलती थी।
कभी कभी व्हाटसअप ऐप चैटसे भी डिमांड आ जाती थी। पीडित के परिवार वाले पता करने की कोशिश करते थे कि पैसा कहां जा रहा है। हमेशा बिजनेस में घाटा का बहाना बनाकर उनको चुप कर देता था। अभी तीन दिन पहले आरोपियों ने कहा किइस मेटर को क्लोज कर देंगे। इसके लिये हमें 5 करोड़ रुपये दे दो। इस दबाव में पीड़ित ने सारी बात अपने परिवार वालों को बता दी कि ईशा व रक्षित पिछले दो तीन दिन से मेरे से डेढ़ करोड़ रुपये की डिमांड कर रहे हैं। शिकायतकर्ता की पत्नि व चाचा कम्पनी में मौजूद थे। तभी ईशा अपने पति रक्षित के साथ फैक्ट्री, में जबरन घुस गये और गाली गलौज करते हुये मार पिटाई करने लगे। धमकी देकर कहा कि मुझे डेढ़ करोड़ रुपये अभी चाहिये नहीं तो दिल्ली में तुम्हारे खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा देंगे। सूचना पर तुरंत पुलिस टीम ने आरोपियों को काबू कर लिया। पीड़ित की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों को अदालत में पेश कर 31 मई तक पुलिस रिमांड पर लिया गया है।