नूंह में चल रहे दंगों के चलते असामाजिक तत्वों द्वारा धार्मिक स्थलों पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। जिसके चलते शहर में अफरा तफरी मची हुई है। डीसी के आदेशों के बाद शहर में असामजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्यवाही को लेकर पुलिस भी अब मुस्तैद हो गई है। ब्रहस्पतिवार को पुलिस को गुप्त सूत्रों से सूचना मिली कि सीकरी व कैली गांव में कुछ असामाजिक तत्व धार्मिक स्थल पर हमला करके हिंसा भड़काने की फिराक में हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर आरोपियों को अपनी गिरफ्त में ले लिया।
पुलिस की मुस्तैदी से टला हादसा:
रात करीब 12 बजे उपनिरिक्षक उदयपाल अपनी टीम के साथ ऐरिया के धार्मिक स्थलों के आस पास एरिया में गश्त कर रहे थे कि गुप्त सूत्रों से सूचना प्राप्त हुई की सीकरी व कैली गांव में धार्मिक स्थल पर कुछ असामाजिक तत्व हमला करके हिंसा भड़काने की फिराक में हैं, उपद्रवियों के पास पेट्रोल से भरी बोतल है जोकि किसी धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जिसके बाद सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने थाना प्रभारी अनूप कुमार व पुलिस चौकी सीकरी प्रभारी सुनील कुमार को सूचित कर मौके पर पहुंचे। उच्च अधिकारियों को भी सूचना दी गई, सूचना मिलते ही डीसीपी एनआईटी नरेंद्र कादियान, एसीपी मुजेसर सुधीर तनेजा, क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची।
काफी देर तक किया आरोपियों का पीछा :
पुलिस को आता देख आरोपी तितर-बितर हो गए और अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर भागने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने सरकारी गाड़ी बुलेट मोटरसाइकिल के पीछे लगा दी और काफी देर की कड़ी मशक्कत के पश्चात मोटरसाइकिल सवार दोनों आरोपियों को काबू कर लिया। आरोपियों के कब्जे से एक देसी पिस्तौल, पांच जिंदा कारतूस, एक देसी कट्टा, तलवार, कुछ पेट्रोल से भरी व खाली बोतल बरामद हुई। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पलवल जिले के असावटी गांव के रहने वाले रवि तथा प्रवेश के रूप में हुई है। दो नामजद आरोपी मनोज व रवि नगला जोगियान के हैं। अन्य आरोपियों की भी पहचान हो चुकी है। आरोपियों के खिलाफ धार्मिक सद्भाव को बिगाड़ने, हिंसा भड़काने, अवैध हथियार अधिनियम, षड्यंत्र, सरकारी आदेशों की अवहेलना इत्यादि संगत धाराओं के तहत नामजद 4 आरोपियों व अन्य के खिलाफ थाना सेक्टर 58 में उदयपाल सब इंस्पेक्टर की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
चिन्हित अपराध की श्रेणी:
पुलिस द्वारा इस प्रकार के अपराध को चिन्हित अपराध की श्रेणी में रखा गया है। जिसमें पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करके आरोपियों को चन्द महीनो के अंदर सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी। जिसमें 14 साल की सजा का प्रावधान है। किसी भी समुदाय के लोग धार्मिक सौहार्द और सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश करेंगे तो ऐसे लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा और जेल भेजा जाएगा। पुलिस द्वारा अन्य आरोपियों को चिन्हित कर लिया गया है, उनकी तलाश जारी है और उन्हें जल्दी गिरफ्तार किया जाएगा। इसके साथ ही पुलिस आयुक्त ने आमजन से अनुरोध करते हुए कहा कि किसी प्रकार के भड़काऊ भाषण या बयानबाजी में आकर हिंसा फैलाने की कोशिश ना करें अन्यथा उनके खिलाफ भी इसी प्रकार सख्त कार्रवाई की जाएगी।