देश रोज़ाना: जब भी हम मणिपुर का नाम सुनते है तो हमारे मन में मणिपुर हिंसा की वो तस्वीरें बनने लग जाती है। जिनमें महिलों को निर्वस्त्र करके उनका शोषण किया जा रहा है, मणिपुर को जलाया जा रहा है। कुछ इस तरह की मणिपुर की वर्तमान हालत है। लेकिन अब मणिपुर में ऐसे हालत और नहीं बन पायंगे। क्योंकि अब मणिपुर हिंसा की जांच के आदेश हरियाणा के दो आईपीएस अफसरों को दे दिए है। जल्द ही एक टीम बनाकर मणिपुर में जांच की जाएगी।
हरियाणा के 2 IPS अफसरों को मणिपुर का जिम्मा सौंपा है। इनमें IPS सुरिंदर पाल सिंह और सुनील कुमार है। केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने उत्तर प्रदेश (UP), हरियाणा, असम और त्रिपुरा की राज्य सरकारों से कहा था कि वे इसके लिए 2-2 एसपी स्तर के अधिकारियों को CBI में तैनाती करें। ताकि मणिपुर हिंसा की जांच की जाए। और जल्द से जल्द प्रशासन किसी निष्कर्ष पर पहुंचे। हालांकि सुप्रीम कोर्ट मणिपुर में हुई हिंसा की जांच पर खुद नजर रख रहा है।
सुरिंदर पाल 2010 बैच के IPS अधिकारी हैं, जबकि सुनील कुमार भारतीय पुलिस सेवा के 2012 बैच के अधिकारी हैं। दोनों अधिकारी वर्तमान में हरियाणा सशस्त्र पुलिस (मधुबन) बटालियन के कमांडेंट के रूप में कार्यरत हैं।
जैसे ही हरियाणा के दोनों अफसर मणिपुर हिंसा की जांच में जुटेंगे और साथ ही रिपोर्ट भी तैयार करते रहेंगे जिसकी जानकारी वह समय- समय पर महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी दत्तात्रेय पडसलगीकर देंगे। सुप्रीम कोर्ट ने मणिपुर में किए महिलाओं के साथ व्यवहार पर दुःख जताया है। SC ने कहा कि महिलाओं के साथ यौन अपराधों और हिंसा जैसी घटना स्वीकार नहीं की जा सकती है।