Faridabad News : विश्व प्रसिद्ध सूरजकुंड मेला परिसर में इस बार पहली बार दीवाली मेले का आयोजन किया जाएगा। मेला तीन नवंबर से शुरू होगा और दस नवंबर तक चलेगा। हालांकि मेले का स्वरूप International Surajkund मेले से छोटा रहेगा लेकिन इसके बावजूद पर्यटकों के उत्साह को देखते हुए Haryana Tourism Development Corporation इस मेले को भी भव्य व आकर्षक बनाने की तैयारियों में जुट गया है।
हरियाणा पर्यटन विभाग निगम के एमडी नीरज कुमार ने बताया कि अरावली की पहाडि़य़ों की मनोरम छठा के बीच मौजूद सूरजकुंड मेला परिसर अपने International Surajkund मेले को लेकर देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध है। उन्होंने बताया कि फरवरी माह में लगने वाले International Surajkund मेले में हर साल लाखों पर्यटक देश-विदेश की कला-संस्कृति, खान-पान, handicrafts का आनंद लेने व खरीदारी के लिए आते हैं।
उन्होंने बताया कि इस बार पर्यटकों की मांग को देखते हुए CM Manohar Lal ने इस मेला परिसर मे पहली बार दीवाली मेला आयोजित करने का तोहफा दिया है। ऐसे में पहले दीवाली मेले को लेकर Haryana Tourism Development Corporation ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। दीवाली मेले का स्वरूप international handicrafts मेले से छोटा रहेगा।
पहली बार लगने वाले दीवाली मेले के लिए परिसर के एक तिहाई क्षेत्र को ही प्रयोग किया जाएगा। शुरूआत में पहले साल करीब 300 स्टाल ही तैयार किए जाएंगे। क्योंकि international मेले का फोकस handicrafts होता है इसलिए इस मेले को handicrafts की बजाए दीवाली के सामान व त्यौहार से जुड़ी खरीददारी पर केंद्रीत किया जाएगा।
उनका यह भी कहना है कि मेले में बड़ी चौपाल पर लगातार सांस्कृतिक कार्यक्रम चलेंगे जिसमें पूरी तरह से भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं की झलक दिखाई देगी। इसके साथ ही दीपोत्सव खास आकर्षण रहने वाला है। प्राचीन सूरजकुंड को दीपों से सजाकर दीपोत्सव करने के लिए आर्केलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया से अनुमति लेने के लिए पत्र भी लिखा गया है।
जल्द ही यह अनुमति मिलने की भी उम्मीद है। मेले में खान-पान के लिए विशेष तौर पर फूड कोर्ट सजाई जा रही है। यहां दीवाली मेले में आने वाले पर्यटक अच्छे खान-पान का आनंद ले सकते हैं। मेले का उद्देश्य पर्यटकों के त्यौहारी सीजन को खास बनाना है और इसके लिए Haryana Tourism Development Corporation तैयारियों को बेहतरीन बनाने में जुटा है।