पहलवान और कांग्रेस उम्मीदवार विनेश फोगाट(Vinesh-Haryana: ) ने आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए रविवार को कहा कि उन्हें लोगों के आशीर्वाद से हर लड़ाई जीतने की उम्मीद है। 30 वर्षीय फोगाट को जुलाना विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया है। हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान पांच अक्टूबर को होगा जबकि मतगणना आठ अक्टूबर को होगी।
Vinesh-Haryana: गर्मजोशी से फोगाट का जुलाना में हुआ स्वागत
जुलाना पहुंचने पर फोगाट का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। बुजुर्गों, महिलाओं और विभिन्न खापों के सदस्यों समेत उनके समर्थकों ने माला पहनाकर आशीर्वाद दिया। कांग्रेस ने शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 32 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की थी, जिसमें फोगाट का नाम भी शामिल था। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख एवं भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध में सबसे आगे रहने वाले ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल होकर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी।
फोगाट ने कहा, बृजभूषण देश नहीं, मेरा देश मेरे साथ खड़ा है
एक कार के ऊपर खड़ी फोगाट ने लोगों का आशीर्वाद लिया। लोग उनकी एक झलक पाने के लिए उनके वाहन के चारों ओर खड़े थे। ढोल की थाप के बीच उनके समर्थकों ने ‘विनेश फोगाट जिंदाबाद’ के नारे लगाए। बृजभूषण शरण सिंह पर एक सवाल का जवाब देते हुए फोगाट ने कहा, ‘‘बृजभूषण देश नहीं हैं। मेरा देश मेरे साथ खड़ा है। मेरे प्रियजन मेरे साथ खड़े हैं और वे मेरे लिए मायने रखते हैं।’’ बृजभूषण ने शनिवार को आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने डब्ल्यूएफआई पर नियंत्रण और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमले की अपनी “साजिश” में पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को “मोहरे” के तौर पर इस्तेमाल किया। एक सवाल के जवाब में फोगाट ने कहा, ‘‘मेरे चाहने वालों ने मेरा साथ दिया। जैसे उन्होंने कुश्ती में (उनके खेल करियर के दौरान) जीत सुनिश्चित की, वैसे ही वे यहां (चुनावी मुकाबले में) भी अपना आशीर्वाद जारी रखेंगे और उनके आशीर्वाद से हम हर लड़ाई जीतेंगे।’’
मैंने कई चुनौतियों का सामना किया हैःफोगाट
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ओलंपिक पदक न मिलने का दर्द उसी दिन कम हो गया था, जब देश के नागरिकों ने हवाई अड्डे पर उतरते ही उन पर अपना प्यार बरसाया था। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उनका (लोगों का) दर्द कम करना है और यह मेरी जिम्मेदारी है।’’ फोगाट ने कहा, ‘‘मैं 30 साल की हूं और मैंने कई चुनौतियों का सामना किया है। जब लोग आपके साथ हों तो आप किसी भी चुनौती से पार पा सकते हैं।’’ चुनाव लड़ने के बारे में पूछे गए एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘मैं खुश हूं और उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करूंगी।’’
जुलाना है ससुराल
पूनिया तोक्यो ओलंपिक खेलों के कांस्य पदक विजेता हैं, जबकि फोगाट ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान हैं। हालांकि, उन्हें 50 किलोग्राम भार वर्ग में लगभग 100 ग्राम वजन अधिक पाए जाने के बाद अयोग्य घोषित कर दिया गया था। बाद में उन्होंने खेल से संन्यास की घोषणा की। विनेश फोगाट चरखी दादरी जिले के बलाली से हैं, जबकि उनकी ससुराल का गृह नगर जुलाना है।
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