देश रोज़ाना: हरियाणा में लगातार रिश्वतखोरी के मामले बढ़ते जा रहे है। इन मामलों पर आए दिन एंटी करप्शन की टीम गिरफ्तारी भी कर रही है। अब एंटी करप्शन की टीम ने आईएएस विजय दहिया को गिरफ्तार किया है। लंबे समय से उनपर रिश्वतखोरी का मामला चल रहा था जिसमें आज उनकी गिरफ्तारी हुई है। इस मामले में पहले कई बार सुनवाई हो चुकी है। जिसमें विजय दहिया ने एंटी करप्शन के सभी आरोपों को निराधार बताया है। निगम में बिल पास कराने के एवज में उनपर रिश्वत लेने का आरोप है।
आईएएस विजय दहिया ने हरियाणा सरकार को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने एसीबी के सभी आरोपों को झूठा बताया। करनाल निवासी रिंकू मनचंदा ने एसीबी को शिकायत दी थी कि उनके बिल के भुगतान को पास कराने के लिए उनसे 49 लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई। करनाल यूनिट ने रिश्वत मांगने वाली महिला पूनम चोपड़ा को गिरफ्तार किया था।
जब इस मामले में पूनम से पूछताछ की गई तो उन्होंने विजय दहिया का नाम लिया। तब पता चला कि पूनम चोपड़ा कौशल विकास मिशन के चीफ विजय दहिया के संपर्क में है। इसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने अपनी जांच और तेज कर दी। जब से एसीबी की टीम जांच कर रही है तब से विजय दहिया अंडरग्राउंड चल रह है। आइएएस विजय दहिया को एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार करने पर हरियाणा सरकार ने सवाल उठाया कि दहिया के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने से पहले क्या मंजूरी ली गई थी ?