चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी गुरुवार (एक जून) को अपने घुटने की सर्जरी करवाई। अपने घुटने का इलाज कराने के लिए वह बुधवार (31 मई) को मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल और चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में पहुंचे थे। गुरुवार को को सुबह आठ बजे उनका सफल आॅपरेशन हुआ। फ्रेंचाइजी ने मुंबई में धोनी के साथ अपने टीम फिजिशियन डॉक्टर मधु थोट्टाप्पिली को भेजा है।
आईपीएल के 16वें सीजन में उन्हें घुटने की समस्या से जूझते हुए देखा गया था। आईपीएल जीतने के 48 घंटे के अंदर ही उन्होंने मुंबई के डॉक्टर से संपर्क किया। धोनी ने उसी डॉक्टर से परामर्श लिया है जिन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत का इलाज किया है। उसके बाद सर्जरी करवाने का फैसला किया। चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान ने डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला से मुलाकात की। दिनशॉ स्पोर्ट्स आॅथोर्पेडिक्स में विशेषज्ञ होने के साथ-साथ अस्पताल में स्पोर्ट्स मेडिसिन के निदेशक भी हैं। वह ओलंपिक चैपियन नीरज चोपड़ा का भी 2019 में आॅपरेशन कर चुके हैं।
मुंबई आने से पहले धोनी ने चेन्नई सुपरकिंग्स के मैनेजमेंट से इस बारे में बात की। इससे पहले बुधवार को चेन्नई सुपरकिंग्स के सीईओ काशी विश्वनाथन ने धोनी की चोट को लेकर जानकारी दी थी। धोनी को आईपीएल के दौरान बाएं घुटने की चोट से परेशान देखा गया। वह हर मैच में विशेष पट्टी बांधकर उतरते थे। धोनी ने आईपीएल के दौरान निचले क्रम पर बल्लेबाजी की थी। जब इसके बारे में उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि वह ज्यादा दौड़ नहीं सकते हैं। विश्वनाथन ने समाचार एजेंसी से कहा था, ”हां, यह सच है कि धोनी अपने बाएं घुटने की चोट के लिए चिकित्सीय सलाह लेंगे और उसी के अनुसार फैसला करेंगे।”
क्या ऐसी कोई संभावना है कि धोनी अगले सीजन में नहीं खेलने का फैसला करेंगे और इस तरह मिनी नीलामी के लिए 15 करोड़ रुपये का पर्स खाली करेंगे? इस पर चेन्नई के सीईओ ने कहा, “सच कहूं, तो हम उस दिशा में सोच भी नहीं रहे हैं क्योंकि हम उस चरण तक नहीं पहुंचे हैं। यह पूरी तरह से धोनी का फैसला होगा, लेकिन मैं आपको यह बता सकता हूं कि सीएसके में हमने इन चीजों पर विचार नहीं किया है।”