बिहार सरकार ने बिहार सरकार ने इस साल के बचे हुए दिनों के लिए स्कूलों की छुट्टियां 23 से घटकर 11 कर दी है और इसको लेकर शिक्षा विभाग की तरफ से नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। इस नोटिफिकेशन के मुताबिक इस साल सितंबर से दिसंबर महीने के बीच त्योहार पर 11 दिन ही स्कूल बंद रहेंगे। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के आदेश के मुताबिक सितंबर से दिसंबर के बीच छुट्टियों को लेकर जो नया कैलेंडर जारी हुआ है उसके मुताबिक 30 अगस्त को स्कूलों में रक्षाबंधन की छुट्टी नहीं होगी,पहले 30 अगस्त को रक्षाबंधन की छुट्टी की घोषणा हुई थी और बिहार के स्कूलों में दिवाली से लेकर छठ पूजा तक यानी की 13 नवंबर से 21 नवंबर तक छुट्टी थी लेकिन नए आदेश के मुताबिक अब 9 दिनों की छुट्टी को घटाकर चार दिन कर दिया गया है। गौरतलब है कि छठ पर्व को बिहार में बेहद आस्था उल्लास के साथ मनाया जाता है और चार दिनों तक इस पर्व को मनाया जाता है। सरकारी स्कूलों में अब दीपावली की छुट्टी 12 नवंबर को होगी, 15 नवंबर को चित्रगुप्त पूजा की छुट्टी होगी, तो वहीं छठ पूजा की छुट्टी 19 और 20 नवंबर को होगी। दुर्गा पूजा के मौके पर स्कूलों में छ: दिन की छुट्टी होती थी लेकिन अब इसमें भी बदलाव कर दिया गया है। रविवार को जोड़कर तीन दिनों की छुट्टी कर दी गई है। शिक्षा विभाग की तरफ से छुट्टियां कम करने को लेकर कहां गया है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की अनुसूची के तहत प्राथमिक स्कूलों में कम से कम 200 दिन और छठी से आठवीं तक के स्कूलों में कम से कम 220 दिनों के कार्य दिवस का प्रावधान है। लेकिन चुनाव, परीक्षाएं, कानून व्यवस्था, त्योहार आयोजन, बाढ़, प्राकृतिक आपदाओं और कई प्रकार की परीक्षाओं की वजह से शिक्षा के कार्यों में असर पड़ता है। इसके अलावा त्योहार पर स्कूल के बंद होने की प्रक्रिया में भी एकरुपता नहीं है यानी किसी त्योहार पर एक जिले में स्कूल बंद है तो दूसरे में स्कूल खुले हुए हैं और इन्हीं सभी कामों को देखते हुए विभाग ने यह फैसला लिया है कि सभी स्कूलों में इस साल बचे हुए दिनों के लिए छुट्टियां तय की गई है,जिनमें स्कूल बंद रहेंगे तो वहीं अब इसको लेकर इसको लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं, उनका कहना है कि राज्य में दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा की छुट्टियां रद्द कर दी गई है।
हालांकि ऐसा नहीं है कि बिहार के स्कूलों में दिवाली, छठ पूजा की छुट्टी रद्द हुई हो लेकिन छुट्टियों में कमी जरूर कर दी गई है। अब इसको लेकर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि प्राकृतिक आपदाओं चुनाव आदि वजहों से स्कूल पहले ही बंद हो चुके थे अब उसकी भरपाई करने के लिए छात्रों को पठन-पाठन के लिए स्कूलों की छुट्टियां काम करना जरूरी था।