कांग्रेस पार्टी की तरफ से असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की पत्नी पर आरोप लगाया गया था कि मीडिया और मनोरंजन कंपनी इसके साथ असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की पत्नी जुड़ी हुई है।
खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय से एक विशेष केंद्रीय योजना के तहत जुड़ी सब्सिडी के तौर पर 10 करोड़ रुपए मिले हालांकि भाजपा नेता ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है
कांग्रेस की तरफ से लगाए गए आरोपों पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और गौरव गोगोई के बीच एक्स यानी ट्विटर वॉर छिड़ गया है। असम मुख्यमंत्री का कहना है कि अगर उनकी पत्नी पर लगे आरोप साबित हुए तो वह सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लेंगे।
तो वहीं आपको बता दे लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता और असम से ताल्लुक रखने वाले सांसद गौरव गोगोई ने पोस्ट कर आरोप लगाया है कि भारत के किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने किसान संपदा योजना की शुरुआत की लेकिन असम के सीएम ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके अपनी पत्नी की कंपनी को कर्ज से जुड़ी सब्सिडी के भाग के तौर पर 10 करोड़ रुपए दिलाने में मदद की।
गौरव गोगाई ने सवाल किया है कि क्या केंद्र सरकार की योजनाएं बीजेपी को समृद्ध करने के लिए है।
तो वहीं हिमंत बिस्वा सरमा ने भी गौरव गोगई के पोस्ट का जवाब दिया,उन्होंने कहा कि अगर पत्नी की कंपनी को केंद्रीय सब्सिडी मिलने के आरोप साबित हुए तो वह सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लेंगे उन्होंने तमाम आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी पत्नी जिस कंपनी से जुड़ी हुई है उसे भारत सरकार से कोई सब्सिडी नहीं मिलती है।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने कुछ कागजात भी जारी किए थे और दावा किया था कि साल 2021 में हिमंत बिस्वा सरमा के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी पत्नी रिंकी भुइया सरमा की कंपनी ने असम के नौ गांव में 50 बीघा कृषि की जमीन खरीदी और इस खरीद के कुछ दिनों बाद ही इस जमीन को औद्योगिक की भूमि में तब्दील कर दिया गया था।
यह पूरा मामला असम विधानसभा में भी गूंजा हालांकि विधानसभा से विपक्षी दलों के विधायकों ने वॉक आउट कर लिया।
कांग्रेस ने इस मामले पर चर्चा के लिए कार्य स्थगन प्रस्ताव पेश किया था।