भाजपा नेतृत्व में मध्य प्रदेश में पार्टी के प्रमुख नेताओं को स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि कोई भी विधानसभा चुनाव के लिए किसी भी खास उम्मीदवारों की सिफारिश ना करें। बीजेपी का कहना है कि वो किसी भी सीट के लिए उपयुक्त उम्मीदवार को लेकर अपनी राय रख सकते हैं लेकिन किसी के नाम की सिफारिश नहीं कर सकते हैं। पार्टी ने संगठन से जो रिपोर्ट ली है और उसके विभिन्न स्रोतों से जो सर्वेक्षण रिपोर्ट आई है,उसी आधार पर उम्मीदवार तय किए जाएंगे। मध्य प्रदेश में बीजेपी अभी तक 39 सीटों के लिए उम्मीदवार तय कर चुकी है।
चुनाव वाले राज्यों में यात्राओं के शुरू होने से उम्मीदवारों को तय करने का काम थोड़ा रुका हुआ है, यात्राएं इस महीने की आखिर तक पूरी हो जाएगी। मध्य प्रदेश में तीन सितंबर को यात्राओं की शुरुआत हो रही है और 25 सितंबर को भोपाल में कार्यकर्ता महाकुंभ से इस यात्रा का समापन होगा। पार्टी ने निश्चित किया है कि किसी एक चेहरे पर जोर देने की बजाय सामूहिक नेतृत्व पर जोर दिया जाएगा।
यही कारण है कि पार्टी के केंद्रीय नेता इन यात्राओं को हरी झंडी दिखा रहे हैं पार्टी के अंदर खाने जो खबरें हैं उसके मुताबिक भाजपा राज्य में किसी भी तरह की खेमेबाजी और परिवारवाद से बचने के लिए टिकट तय करने में सतर्कता बरत रही है।दूसरी पार्टियों से आए नेताओं से भी यही कहा गया है कि वे सभी भाजपा के कार्यकर्ता है और नेता है इसलिए पार्टी जो तय करेगी उसे ही मानें, टिकट पक्का ना होता देख कुछ नेताओं ने खेमा भी बदला है।
भाजपा नेतृत्व में हाल ही में राज्य के लिए 39 उम्मीदवारों की घोषणा तो कर दी गई है यह सभी हारी हुई सीटें हैं ऐसी कुछ और सीटों के नाम तय होना बाकी है पार्टी की जन आशीर्वाद यात्राएं भी रविवार से शुरू होने जा रही है ऐसे में इस बात की संभावना ज्यादा है कि उम्मीदवारों की अगली लिस्ट 25 सितंबर के बाद ही आएगी।