पिछड़ा दलित और अल्पसंख्यकों को सबसे ज्यादा दिक्कत देने वाली पार्टी समाजवादी पार्टी ही है, ऐसा हम नहीं बल्कि बीएसपी के यूपी अध्यक्ष विश्वनाथ पाल का कहना है,उनका कहना है कि समाजवादी पार्टी PDA की बात करती है लेकिन वह पिछड़ों,दलितों और अल्पसंख्यकों के बारे में कुछ नहीं सोचती है।
विश्वनाथ पाल का कहना है कि समाजवादी पार्टी ने छत्रपति शाहूजी महाराज जिले का नाम बदल दिया,बैकलॉग की भर्तियां कैंसिल कर दी, समाजवादी पार्टी किस आधार पर PDA की बात करती है तो वही बीएसपी नेता विश्वनाथ पाल मुस्लिम वोटर पर बोलते हुए कहते हैं कि 2022 के चुनाव में वह समझ चुके हैं कि समाजवादी पार्टी को वोट करने के बावजूद भी उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ,बीजेपी का मुकाबला समाजवादी पार्टी नहीं कर पाई ऐसे में मुसलमानों को यकीन हो गया है कि बहुजन समाज पार्टी ही बीजेपी से लड़ सकती है और वह इस लोकसभा चुनाव में बहुजन समाजवादी पार्टी के साथ रहेंगे।
विश्वनाथ पाल कहते हैं कि पिछड़ा दलित और अल्पसंख्यक मिलकर 80 फ़ीसदी वोट हमारे पास है,ब्राह्मण सभा भी इसमें शामिल है अगर 40 फ़ीसदी वोट हमें लोकसभा में मिलेगा तो हम बड़े दावेदार के तौर में होंगे हमारी समीकरण पूरी तरह से तैयार है।
इंडिया गठबंधन को लेकर उनका कहना है कि कांग्रेस इंडिया गठबंधन की बात तो करती है पहले मीटिंग शुरू होती है तो उसमें PDA निकल आता है दूसरी मीटिंग होती है तो उसमें इंडिया नाम निकल आता है इस गठबंधन से बीएसपी बहुत दूर है।
बहन जी यानी मायावती की कोई बात नहीं हुई है कांग्रेस के पास उत्तर प्रदेश में दो फ़ीसदी वोट बैंक है,गठबंधन तो सिर्फ दिखावे का है वह यहां क्या कर पाएंगे।
बीएसपी प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल का यह भी कहना है कि हम छत्तीसगढ़,मध्य प्रदेश,तेलंगाना और राजस्थान सभी जगह चुनाव लड़ रहे हैं और बड़े बहुमत के साथ हम सीटें निकाल लेंगे।
इससे पहले कांग्रेस ने हमारे अच्छे विधायकों को मध्य प्रदेश में तोड़ लिया था जनता उनकी दोहरी नीति से नाराज है चुनाव में दिखा देंगे कि बहुजन समाज पार्टी के साथ जनता खड़ी है ना कि कांग्रेस के साथ।