महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के कई गांवों में हाल ही में एक अजीब समस्या सामने आई है, जिसमें गांवों के लोग अचानक बाल झड़ने और कुछ ही दिनों में गंजेपन की शिकायत करने लगे हैं। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए, अधिकारियों ने स्थानीय जल स्रोतों की जांच शुरू कर दी है ताकि संभावित संदूषण का पता लगाया जा सके।
शेगांव की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपाली बहेकर ने बताया कि जैसे ही यह मामला सामने आया, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संबंधित गांवों में सर्वेक्षण शुरू कर दिया। प्रभावित लोगों का इलाज भी शुरू कर दिया गया है। इस दौरान, जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग ने शेगांव तालुका के कलवाड़, बोंडगांव और हिंगना गांवों में 30 से अधिक लोगों को बाल झड़ने और गंजेपन की समस्या से पीड़ित पाया। इन लोगों ने कुछ दिनों में बालों के गिरने की समस्या को महसूस किया और धीरे-धीरे गंजेपन की स्थिति उत्पन्न हो गई।
डॉ. बहेकर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मरीजों का चिकित्सीय उपचार शुरू कर दिया है और साथ ही त्वचा रोग विशेषज्ञों से भी सलाह ली जा रही है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि इन गांवों से पानी के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। पानी में संभावित संदूषण की जांच करने के उद्देश्य से ये कदम उठाया गया है, क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि पानी में कोई अशुद्धता या रसायन हो सकता है जो बालों की सेहत पर असर डाल रहा है।
स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि पानी के कारण बालों का झड़ना और गंजापन हो सकता है, इसलिए पानी के नमूने भेजे गए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पानी में कोई हानिकारक तत्व तो नहीं है। फिलहाल, affected गांवों में स्थित पानी के स्रोतों की पूरी जांच की जा रही है।
इस समस्या को लेकर गांववासियों में चिंता और भय का माहौल है। प्रशासन द्वारा उपचार के साथ-साथ उन्हें यह आश्वासन दिया जा रहा है कि जल स्रोतों की जांच पूरी करने के बाद समस्या का समाधान जल्द ही निकाला जाएगा।