कर्नाटक भाजपा के अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने रविवार को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Siddaramaiah) पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि मुडा भूमि आवंटन मामले में आरोपों का सामना कर रहे सीएम सिद्धारमैया दशहरे के बाद इस्तीफा दे सकते हैं।
विजयेंद्र ने टिप्पणी की कि राज्य की स्थिति ऐसी है कि सिद्धारमैया को हर दिन मीडिया में यह स्पष्ट करना पड़ रहा है कि वह मुख्यमंत्री बने रहेंगे। कुछ मंत्री भी ऐसा ही दावा कर रहे हैं। वहीं, सिद्धारमैया ने वरिष्ठ मंत्री सतीश जरकीहोली को दिल्ली भेजा है। इन घटनाक्रमों से ऐसा लगता है कि वह जल्द ही मुख्यमंत्री पद छोड़ने का निर्णय ले सकते हैं।
जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी की भविष्यवाणी
जद (एस) के नेता और केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भी राज्य में समय से पहले विधानसभा चुनाव की संभावना जताई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के दिन अब गिने-चुने रह गए हैं, और हमें अगले चुनाव के लिए 2028 तक का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
मुडा भूमि आवंटन मामला क्या है?
मुडा घोटाले का मामला 3.2 एकड़ भूमि से संबंधित है, जिसे मुख्यमंत्री की पत्नी पार्वती को उनके भाई मल्लिकार्जुन स्वामी ने 2010 में उपहार में दिया था। इस जमीन का अधिग्रहण मैसूरु अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी ने किया था। बाद में पार्वती ने मुआवजे की मांग की और उन्हें 14 प्लॉट आवंटित किए गए।
एक आरटीआई कार्यकर्ता की शिकायत के आधार पर, राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने सीएम सिद्धारमैया के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दी, जिसे सिद्धारमैया ने उच्च न्यायालय में चुनौती दी। हालांकि, कर्नाटक हाई कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी, यह कहते हुए कि मामले में जांच आवश्यक है, क्योंकि इसमें मुख्यमंत्री के परिवार को प्रत्यक्ष लाभ पहुंचा है।
अब इस मामले में लोकायुक्त पुलिस ने सीएम सिद्धारमैया (Siddaramaiah) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिसमें भारतीय दंड संहिता (IPC) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की कई धाराएं शामिल हैं। मामला प्रवर्तन निदेशालय (ED) को सौंपा गया है, जिसने इसे मनी लॉन्ड्रिंग के मामले के रूप में दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। भाजपा पार्टी सीएम सिद्धारमैया के इस्तीफे की मांग कर रही है।