राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 25 नवंबर को होना है,उससे पहले कांग्रेस को झटके पर झटके लग रहे हैं,टिकट ना मिलने से नाराज कांग्रेसी नेता भारतीय जनता पार्टी का रुख कर रहे हैं।
कांग्रेस के कई नेताओं को जब टिकट नहीं मिला तो,उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में एंट्री कर ली इसमें नाम आता है सचिन पायलट खेमे के पंडित सुरेश मिश्रा और पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल का। बीजेपी में शामिल होते ही यह दोनों नेता कांग्रेस पर हमलावर हो गए हैं।
पंडित सुरेश मिश्रा और ज्योति खंडेलवाल की तरफ से कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं,उनका कहना है कि वहां इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि कौन कितना काम करता है,फर्क इस बात से पड़ता है कि कौन किस खेमे से है।
आपको बता दे की राजस्थान की सियासत में ज्योति खंडेलवाल लगभग 20 सालों से सक्रिय है साल 2009 में वह जयपुर से कांग्रेस के टिकट पर मेयर बनी थी,मेयर चुनाव में उनका सियासी सफर अचानक से चमक गया। बीजेपी की सुमन शर्मा को उन्होंने 13500 वोटो से हराया था।
मेयर के तौर पर उनका कार्यकाल काफी उतार-चढ़ाव रहा वे कई विवादों और अधिकारियों के साथ कहां-सुनी जैसे मुद्दों को लेकर हमेशा चर्चा में बनी रही।
तो वहीं साल 2018 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में वे जयपुर की हवा महल या किशनपुर सीट से चुनाव लड़ना चाहती थी लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया। वे कांग्रेस से नाराज होकर स्थानीय नेताओं के खिलाफ आईसीसी में शिकायत दर्ज करवाने पहुंची और उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देने की धमकी भी दे डाली। फिर साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें जयपुर से सियासी रण में उतार दिया लेकिन वह बीजेपी के रामचरण बोहरा से हार गई।
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान एक टीवी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में उन्हें भ्रष्ट नेता के तौर पर बताया गया और कहां गया कि कांग्रेस को उनका टिकट रद्द कर देना चाहिए।
चैनल की तरफ से यह दावा किया गया की ज्योति और उनके पति शरद 25 मार्च 2019 को दिल्ली के कनॉट प्लेस में चैनल के अंडर कवर रिपोर्टर से मिले और कुछ काम करने के एवज में पांच करोड़ रुपए की बातचीत भी की हालांकि इन सभी बातों का ज्योति खंडेलवाल ने खंडन किया और कहां के उस दिन वह जयपुर में ही थी और उन्होंने इस पूरे स्टिंग ऑपरेशन को फर्जी बताया था उन्होंने इसके एवज में एक करोड़ रुपए का मुआवजा भी मांगा था,इसके अलावा ज्योति खंडेलवाल हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब पर मामला दर्ज करने को लेकर भी सुर्खियों में रही 2022 जनवरी में उन्होंने शिकायत दर्ज की थी और आरोप लगाया था कि जावेद हबीब ने एक महिला का हेयर स्टाइलिंग करते वक्त उसके बालों में थूंका था।
ज्योति खंडेलवाल ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा है की जमीन पर काम करने वालो की पार्टी अनदेखा करती है,पार्टी के लिए सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करना नजरअंदाज किया जाता है।
तो वहीं सचिन पायलट खेमे के एक और नेता पंडित सुरेश मिश्रा भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं साल 2008 की विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें जयपुर की सांगानेर विधानसभा सीट से मैदान में उतारा था हालांकि वह बीजेपी के घनश्याम तिवारी से हार गए थे।
इसके बाद दो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया अब तीसरी बार भी पार्टी ने उन्हें सांगानेर सीट से टिकट नहीं दिया तो वे नाराज हो गए।
आपको बता दे कि पंडित सुरेश मिश्रा सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी है बीजेपी में शामिल होने के बाद सुरेश मिश्रा ने सचिन पायलट खेमे के नेताओं को साइड लाइन करने का आरोप भी लगाया है उनका कहना है कि कांग्रेस सनातन धर्म का अपमान करती है। सुरेश मिश्रा ने इकबाल के परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा देने के कांग्रेस सरकार के हालिया फैसले पर भी सवाल उठा दिए।
आपको बता दे कि पंडित सुरेश मिश्रा की गिनती सचिन पायलट के कट्टर समर्थक नेताओं में की जाती है,वे पिछले पांच सालों से ज्यादा अशोक गहलोत के साथ चल रही तनातनी के दौरान लगातार सचिन पायलट के समर्थन में उनके साथ खड़े रहे। पायलट की यात्रा हो या कोई प्रदर्शन हो वह हमेशा सचिन पायलट के साथ खड़े नजर आए। बीजेपी में शामिल होने के बाद सुरेश मिश्रा ने कहा कोई सचिन पायलट को नहीं पूछ रहा सचिन पायलट एक युवा छाप थे उनको तो खत्म कर दिया गया अब मेरे पास क्या विकल्प था?