Monday, December 23, 2024
14.1 C
Faridabad
इपेपर

रेडियो

No menu items!
HomeIndiaसतनामी समाज का भरोसा जीतने की कोशिश में कांग्रेस

सतनामी समाज का भरोसा जीतने की कोशिश में कांग्रेस

Google News
Google News

- Advertisement -

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस आने वाले चुनाव के लिए पूरी तरह से कमर कस चुकी है, कोई कोर कसर उसकी तरफ से बाकी नहीं रखना चाहती है। फिलहाल छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है और वह चाहती है कि सत्ता वापसी उसी की हो। कांग्रेस अनुसूचित जाति वाली सीटों पर अलग से रणनीति बनाने में भी जुट गई है ताकि चुनाव से पहले गुरुबालदास के बीजेपी में शामिल होने के असर को कम भी किया जा सके। सतनामी समाज के धर्मगुरु बालदास अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट पर असर रखते हैं, प्रदेश कांग्रेस रणनीतिकार का यह मानना है कि गुरु बालदास का समाज पर अब पहले जैसा असर तो नहीं रहा है लेकिन फिर भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार ने सीधे सतनामी समाज तक पहुंचने की कोशिश की है और समाज के लिए अलग से कई विशेष योजनाओं का प्रावधान भी रखा है उन्होंने सरकार की दूसरी योजनाओं के साथ उसे जोड़ा भी है

ऐसे में गुरु बालदास के बीजेपी में शामिल होने से खास प्रभाव तो नहीं पड़ेगा ऐसा सीएम भूपेश बघेल मानते हैं हालांकि कांग्रेस के जो अनुभवी नेता है उनका कहना है कि हम अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट पर अपना प्रदर्शन दोहराने के लिए चुनाव में उतरेंगे साल 2018 की कांग्रेस ने एससी के लिए आरक्षित दस में से सात सीटें जीती थी,

छत्तीसगढ़ की 90 में से 20 सीटों पर सतनामी समाज का असर है, इनमें से दस सीट आरक्षित है साल 2013 विधानसभा चुनाव में गुरु बालदास ने राजनीतिक पार्टी का गठन किया था और 21 सीट पर चुनाव भी लड़ा था गौर करने वाली बात यह है कि उन्होंने एसी के लिए आरक्षित दस में से सिर्फ दो सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे गुरु बालदास की पार्टी चुनाव में कोई सीट नहीं जीत पाई थी। गुरु बालदास के पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने से कांग्रेस वोट का विभाजन तो हुआ और इसका फायदा बीजेपी को मिला था बीजेपी एससी के लिए आरक्षित 10 में से 9 सीट जीतने में सफल रही थी लेकिन मुख्यमंत्री रमन सिंह के साथ मतभेदों के बाद गुरु बालदास ने कांग्रेस ने दामन थाम लिया था साल 2018 में कांग्रेस को इसका फायदा मिला और पार्टी ने एससी के लिए आरक्षित 10 में से सात सीटों पर कब्जा भी किया।

हालांकि इस बार कांग्रेस छत्तीसगढ़ में सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की बात कह रही है क्योंकि अब गुरु बालदास भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं और उनके शामिल होने के बाद पार्टी ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित अपनी रणनीति में बदलाव किया है पार्टी के अंदर खाने से खबरें ऐसी है कि पार्टी सतनामी समाज का भरोसा जीतने की पूरी कोशिश कर रही है ताकि चुनाव में सतनामी समाज के गुरु बाल दास के असर को कम किया जा सके।

- Advertisement -
RELATED ARTICLES
Desh Rojana News

Most Popular

Must Read

BIHAR BPSC:तेजस्वी ने बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग का किया समर्थन

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के(BIHAR BPSC:) नेता तेजस्वी यादव ने बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा हाल ही में विवादास्पद परिस्थितियों में आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं...

अनशन से नहीं, बातचीत से ही खत्म होगा किसान आंदोलन

संजय मग्गूखनौरी बॉर्डर पर पिछले 26 दिन से अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही है।...

नौकरी नहीं है तो क्या, पांच किलो अनाज तो मिलता है

संजय मग्गूहमारे देश की अर्थव्यवस्था में मांग लगातार घट रही है। मांग में गिरावट का कारण लोगों की जेब में पैसे का न होना...

Recent Comments