इस्राइल-हमास युद्ध के चलते फलस्तीन का गाजा शहर मलबों के ढेर में तब्दील हो गया है। पिछले एक साल से जारी इस संघर्ष में जान-माल की भारी क्षति हुई है, और फिलहाल यह थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस्राइल ने हमास के खिलाफ कठोर कार्रवाई की है, जिसमें हमास प्रमुख याह्या सिनवार को मार गिराने की कसम शामिल है। याह्या सिनवार का नाम इस्राइली सेना के लिए एक बड़ा खतरा बना हुआ था, और उसकी मौत की पुष्टि के साथ ही नए वीडियो भी सामने आ रहे हैं जो इस्लामिक आतंकवादी समूह के नेतृत्व के अंतर्गत चल रहे संघर्ष की कहानी को बयां करते हैं।
हमास ने अक्टूबर 2022 में इस्राइल पर हमले का आदेश दिया था, जिसके परिणामस्वरूप 1,200 लोगों की हत्या हुई थी। इस हमले ने इस्राइली रक्षा बलों को एक नए खतरे का सामना करने के लिए मजबूर कर दिया। हमास ने इस दौरान कई इस्राइली नागरिकों को बंधक बनाया, जिन्हें अंधेरी सुरंगों में रखा गया। इस हमले के बाद से, गाजा में स्थिति अत्यंत गंभीर हो गई है, और वहाँ के लोग अपने जीवन और संपत्ति को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
याह्या सिनवार की भूमिका
याह्या सिनवार, जो हमास के प्रमुख थे, ने हमले की योजना बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनका लक्ष्य इस्राइल को कमजोर करना और फलस्तीन की स्थिति को मजबूत करना था। युद्ध के दौरान, सिनवार को एक प्रमुख रणनीतिकार के रूप में जाना गया। उनकी योजनाएँ और गतिविधियाँ इस्राइली सेना के लिए बड़ी चुनौती बन गई थीं।
हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें याह्या सिनवार एक सुरंग से निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो उनके अंतिम संकेतों में से एक माना जा रहा है। इस वीडियो ने इस्राइली सेना को यह संकेत दिया कि सिनवार अभी भी सक्रिय हैं और अपनी योजनाओं को जारी रखे हुए हैं।
परिवार के साथ सुरंग में सिनवार
सिनवार की आखिरी मौजूदगी का एक और वीडियो 6 अक्टूबर को सामने आया, जिसमें उन्हें अपनी पत्नी और बच्चों के साथ एक संकरे सुरंग में टेलीविजन, पानी, तकिए और गद्दे सहित अन्य सामान ले जाते हुए देखा गया। इस सुरंग को लेकर इस्राइली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने बताया कि यह खान यूनिस में स्थित परिवार के घर के नीचे है। यह दिखाता है कि कैसे वह अपने परिवार को इस कठिन परिस्थिति में भी सुरक्षित रखने की कोशिश कर रहे थे।
हमले के परिणाम
गुरुवार को, इस्राइली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने गाजा में हवाई हमले किए, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई, जिसमें याह्या सिनवार भी शामिल था। शुरू में इस बात को लेकर संदेह था कि क्या वह वास्तव में मारे गए हैं, लेकिन डीएनए नमूनों के प्रारंभिक परीक्षण के बाद इस्राइल ने पुष्टि की कि सिनवार गाजा में एक ऑपरेशन के दौरान मारे गए हैं।
गाजा में मलबे का दृश्य
गाजा शहर की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। पिछले एक साल में हुए युद्ध के कारण पूरा शहर मलबों में तब्दील हो चुका है। इमारतें ढह गई हैं, सड़कों पर खंडहर बिखरे पड़े हैं, और आम नागरिकों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। युद्ध के परिणामस्वरूप, मानवता का एक बड़ा हिस्सा प्रभावित हुआ है, और कई लोग बेघर हो गए हैं।
स्थानीय नागरिकों का संघर्ष
गाजा के स्थानीय नागरिकों को इस संघर्ष के चलते बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें बुनियादी सुविधाओं की कमी, भोजन, पानी और चिकित्सा सेवाओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। हालात इतने खराब हैं कि कई परिवार बिना किसी मदद के जीने के लिए मजबूर हैं।
अंतरराष्ट्रीय जगत में क्या कहा गया
इस युद्ध की स्थिति ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान खींचा है। कई देशों ने शांति की अपील की है, जबकि कुछ ने इस्राइल के कार्रवाई की निंदा की है। यूएन और अन्य मानवाधिकार संगठनों ने गाजा में हो रही मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए चिंता व्यक्त की है। इस्राइल-हमास युद्ध ने फलस्तीन के गाजा शहर को मलबों के ढेर में बदल दिया है। याह्या सिनवार की मौत और हमले के अन्य परिणामों ने इस संघर्ष की गहराई को उजागर किया है। युद्ध का यह भयानक चित्रण न केवल इस क्षेत्र के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए चिंताजनक है। जब तक इस संघर्ष का स्थायी समाधान नहीं निकलता, तब तक स्थानीय नागरिकों की पीड़ा और संघर्ष जारी रहेगा।